शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा है. इतना ही नहीं शिवसेना ने विपक्ष को नपुंसक भी कह डाला है. महाराष्ट्र चुनाव से पहले कांग्रेस की रैलियों पर निशाना साधते हुए सामना में लिखा गया, महाराष्ट्र सरकार पर निष्क्रिय होने का आरोप राहुल गांधी ने मुंबई में आकर लगाया. राहुल आए और मुंबई की रैलियों को संबोधित किया. यानी राहुल गांधी जो लोकसभा चुनाव के बाद से लापता हुए, आखिरकार प्रकट हो ही गए. बीच के समय में वे बैंककॉक, पटाया जैसी जगहों पर घूम आए और वहां जाकर गायब हो गए.
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शिवसेना ने आगे कहा, जब कांग्रेस अकेले संघंर्ष कर रही थी तो उनका नेता बेंकॉक में आराम फरमा रहा था. इस बारे में जब शोर मचा तो वो अचानक प्रकट हो गए. इससे इस बात की चर्चा कम हो गई. लेकिन अब वो यहां आकर कह रहे हैं कि सरकार कुछ नहीं कर रही. किसान आत्महत्या कर रहें है, जनता का टैक्स कहां जा रहा है पता नहीं, सरकार जवाब नहीं देती. लेकिन अगर सरकार गलत है तो चुनावों में लोग उसकी खबर लेंगे. लेकिन हैरानी तो इस बात पर होती है कि पूरी कांग्रेस पार्टी खुद मरे हुए अजगर की तरह अचेत और निष्क्रिय पड़ी है और राहुल गांधी सरकार पर निष्क्रिय होने का आरोप लगा रहे हैं.
सामना में आगे लिखा गया, लोकसभा चुनाव के परिणाम के सदमे से राहुल गांधी उबर नहीं पाए और उन्होंने कांग्रेस पद से इस्तीफा दे दिया. तभी से कांग्रेस बिना सिर वाली पार्टी के रूप में चल रही है. क्या वजह है कि कांग्रेस चार महीनों में भी अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाई.
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शिवसेना ने कहा, महाराष्ट्र में कांग्रेस के ज्यादातर नेता बीजेपी में शामिल हो गए, ये कांग्रेस के निष्क्रिय होने के कारण ही हुआ. यह ऊपरी नेतृत्व के निष्क्रिय होने का परिणाम है. महाराष्ट्र में निश्चित तौर पर समस्या हैं. कुछ समस्या अचानक ही आ जाती है. ऐसे में विपक्ष के नेताओं को सक्रिय रहना पड़ता है. लेकिन कांग्रेस पिछले पांच सालों में ऐसी दिखी ही नहीं और ऐसे पार्टी के नेता राज्य सरकार को निष्क्रिय ठहराते हैं, इसे क्या कहा जाए.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो