महाराष्ट्र में आयी बाढ़ ने कोल्हापुर सांगली सातारा रत्नागिरी समेत कई इलाकों को डूबा रखा है. सैलाब में फसें लोगों के राहत बचाव के लिए NDRF की कई टीम महाराष्ट्र के बाहर कोलकत्ता और ओडिसा से पहुँची है. ओडिसा से आयी NDRF की टीम के साथ न्यूज़ नेशन की टीम भी उन इलाकों में पहुँची जहाँ बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया है. कोल्हापुर के पास महाराष्ट्र शिरोल जिला में बाढ़ ने बेहिसाब तबाही मचायी है, जहां तक आपकी नजर जाएगी सिर्फ पानी ही पानी नज़र आएगा. ओड़िसा से महाराष्ट्र के शिरोल पहुँची NDRF की टीम के साथ हम बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने उन गांव में पहुँचे जिनके नामोनिशान भी अब नही बचे.
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महाराष्ट्र के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में उड़ीसा से आयी एनडीआरएफ की 8 टीम राहत और बचाव में लग गयी है. इसके अलावा कोलकाता से भी NDRF की 4 टीम महाराष्ट्र में राहत और बचाव के काम में जुटी है. कृष्णा नदी के खतरनाक जल बहाव के बीच NDRF का हर आपरेशन यहां चुनौती भरा है. लेकिन इस बीच राहत बचाव में जुटा हर दल युद्धस्तर पर काम कर रहा है ताकि बाढ़ में फसें हर एक व्यक्ति तक पहुँचकर उसकी मदद की जा सके. पूरे महाराष्ट्र में इस वक़्त NDRF की 34 टीम अलग अलग जगह पर डिप्लॉय की गई है. जिनमें पालघर १, ठाणे २, रायगड १ , रत्नागिरी ६ , सिंधुदुर्ग २ , सांगली २ , सातारा ४ . कोल्हापूर ८ ,मुंबई ३, पुणे ४, और नागपूर में १ टीम मौजूद है.
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बता दे कि, महाराष्ट्र में बारिश की वजह से पैदा हुए बाढ़ जैसे हालातों ने स्थिति बद से बदतर कर दी हैं. इस विनाशकारी बाढ़ की चपेट में आकर अब तक सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लगभग 2,30,000 लोगों को निकाला गया है. जबकि इस दौरान कुल 149 मौतें हुई हैं. बाढ़ की वजह से अब तक 3,248 जानवरों की मौत हो गई है. पीएमओ ने बताया कि बाढ़ की वजह से कुल 50 लोग घायल हुए और 100 लापता हैं. इस दौरान 875 गांवों की बुरी तरह से प्रभावित होने की खबर मिली है.
HIGHLIGHTS
- कोल्हापुर के पास महाराष्ट्र शिरोल जिला में बाढ़ ने बेहिसाब तबाही मचायी है
- कोलकाता से भी NDRF की 4 टीम महाराष्ट्र में राहत और बचाव के काम में जुटी है
- महाराष्ट्र के 875 गांवों की बुरी तरह से प्रभावित
Source : News Nation Bureau