टेरर फंडिंग और आंतकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण गृह मंत्रालय ने पीएफआई को 5 साल के लिए बैन कर दिया है. जिसका समर्थन पूरे देश में हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के कुछ नेता और AIMIM के सांसद ने इस बैन को गलत बताया है. गृह मंत्रालय के बैन के बाद पूरे देश में PFI और इससे जुड़े संगठन जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी घटनाक्रम में पुणे में पीआफआई के कार्यकर्ता कलेक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. इस प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे थे, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पुलिस ने अपने बयान में कहा कि ऐसा कोई नारा नहीं लग रहा था.
घटना के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह शिवाजी और बाला साहेब की धरती है. यहां देश विरोधी गतिविधि नहीं चलेगी. जो भी व्यक्ति और संगठन देश विरोधी काम में शामिल पाया जाएगा, उसे महाराष्ट्र पुलिस सख्ती से निपटेगी. उन्होंने कहा कि पुणे वाली घटना पर भी पुलिस कार्रवाई बहुत जल्द देखने को मिलेगा. दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा. वहीं, रजा एकेडमी के बयान के सवाल पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो संगठन देश के खिलाफ काम करेगा देश को तोड़ने की बात करेगा उन सब पर कार्रवाई होगी. रजा एकेडमी PFI का ही सहयोगी संगठन है. दशहरा रैली के आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ये बातें कही हैं.
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाला साहेब के विचारों को सुनने के लिए महाराष्ट्र भर से लाखों लोग आते हैं, लोगों में काफी उत्साह है. मैं उन सबका स्वागत करता हूं. इस बार शिवाजी पार्क की दशहरा रैली शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद और हाईकोर्ट के आदेश के बाद शिवसेना के उद्धव गुट को मिल गया है. हालांकि, शिवसेना 1976 से लगातार रैली कर रही है, लेकिन कोराना महामारी की वजह से 2020 और 2021 में दशहरा रैली नहीं कर पाई थी. जहां उद्धव ठाकरे अपना शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं तो वहीं उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे एकनाथ शिंदे के गढ़ पुणे में महाआरती करेंगी.
Source : IANS/News Nation Bureau