अदाकारा रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakroborty) ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) से कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव होना है, इसलिए अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को ‘तिल का ताड़’ बनाया जा रहा है. उन्होंने यह दावा भी किया कि इस प्रकरण को सनसनीखेज बनाने के लिये उन पर ‘मीडिया ट्रायल’ चलाया जा रहा है, जिस वजह से वह अत्यधिक सदमे में हैं. रिया(28) ने शीर्ष न्यायालय में दाखिल किये गये अतिरिक्त हलफनामे में यह भी कहा कि उन्हें इस मामले में ‘राजनीतिक एजेंडे का बलि का बकरा नहीं’ बनाया जाना चाहिए. उन्होंने अपने खिलाफ (पटना में) प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कथित रूप से जिम्मेदार ठहराया है. बहरहाल, अदाकारा के इस आरोप पर बिहार सरकार की कोई फौरी प्रतिक्रिया नहीं आई है.
रिया ने 12 पृष्ठों के हलफनामे में दलील दी है कि इस प्रकरण को लगातार सनसनीखेज बनाये जाने से उन्हें अत्यधिक सदमा पहुंचा है और उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन हुआ है. अदाकारा ने सुशांत की मौत के मामले में पटना में दर्ज प्राथमिकी मुंबई स्थानांतरित करने के लिये शीर्ष न्यायालय में याचिका दायर की है, जिस पर होने वाली अगली सुनवाई की तारीख से एक दिन पहले सोमवार को उन्होंने यह बात कही. बिहार सरकार द्वारा मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश किये जाने के बाद केंद्र से मंजूरी मिलने पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली है. सीबीआई ने बिहार पुलिस की प्राथमिकी अपने पास नये सिरे से दर्ज की है.
प्राथमिकी में सुशांत को आत्महत्या के लिये उकसाने का रिया पर आरोप है. साथ ही, इसमें अदाकारा के भाई, पिता, मां और अन्य को भी नामजद किया गया है. सीबीआई की प्राथमिकी सुशांत (34) के पिता कृष्ण किशोर सिंह की शिकायत के आधार पर है. मुंबई पुलिस भी बांद्रा पुलिस द्वारा दर्ज दुर्घटनावश मौत रिपोर्ट के बाद कथित आत्महत्या की जांच कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित धन शोधन के मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती तथा उनके परिवार से सोमवार को फिर से पूछताछ शुरू की. अधिकारियों ने बताया कि रिया, उनके भाई शौविक तथा पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती सुबह 11 बजे बलार्ड एस्टेट इलाके में स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे. उन्हें सोमवार को पेश होने के लिए सम्मन किया गया था. बाद में रिया और राजपूत की कारोबारी प्रबंधक श्रुति मोदी भी ईडी के दफ्तर पहुंची.
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सभी चारों से सात अगस्त को भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी. रिया ने हलफनामे में कहा है कि हजारों करोड़ रुपये के घोटाले की प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई द्वारा जांच कभी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेगी क्योंकि मामले बुनियादी मामले के अधिकार क्षेत्र के बगैर दर्ज किये गये हैं. अदाकारा ने सनसनीखेज बनाना और मीडिया ट्रायल उप शीर्षक से हलफनामे में कहा है कि इस विषय में मीडिया उन्हें पहले ही दोषी ठहरा चुका है. अभिनेत्री ने हलफनामे में टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन और आरूषि तलवार मामले का जिक्र करते हुये कहा है कि दोनों ही मामलों मे मीडिया ने इसी तरह से आरोपियों को दोषी करार दे दिया था, लेकिन बाद में अदालतों ने इन आरोपियों को निर्दोष पाया. उन्होंने कहा कि इस मामले को मीडिया में तिल का ताड़ बना दिया गया है. मामले में मीडिया सभी गवाहों से जिरह कर रही है.
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याचिकाकर्ता (रिया) को पहले ही दोषी करार दिया जा चुका है. हलफनामे में रिया ने कहा है कि अगर शीर्ष अदालत इस मामले को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपती है तो उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं है और इस मामले की अगर सीबीआई जांच करती है तो भी इसका अधिकार क्षेत्र पटना की नहीं बल्कि मुंबई की अदालतें होंगी. हलफनामे के अनुसार बिहार और केन्द्र में सत्तारूढ़ दल वही पार्टी है जो महाराष्ट्र में अल्पमत में है. हलफनामे में यह भी आरोप लगाया गया है कि उक्त मामले को पटना की अदालत को सौंपने और फिर चार अगस्त को सीबीआई को सौंपे जाने के कारण शीर्ष अदालत में लंबित उसकी याचिका निष्फल हो गयी है.
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रिया ने हलफनामे में दावा किया है कि बिहार पुलिस द्वारा इस मामले की जांच सीबीआई को हस्तांतरित करना गैरकानूनी और कानून की नजर में गलत है. रिया ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी मुंबई पुलिस को स्थानांतरित करने का अनुरोध हुये शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर रखी है. इस प्राथमिकी में रिया चक्रवर्ती और उसके परिजनों सहित छह लोगों पर अभिनेता को आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप लगाये गये हैं. इस याचिका पर शीर्ष अदालत में मंगलवार को सुनवाई होनी है. रिया ने अपने हलफनामे में कहा है कि दो अन्य अभिनेताओं-आशुतोष भाकरे और समीर शर्मा द्वारा भी पिछले एक महीने के दौरान आत्महत्या करने की खबर है लेकिन ‘इन घटनाओं को लेकर सत्ता के गलियारों में कोई सुगबुगाहट’ नहीं है.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत गत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने आवास में मृत मिले थे. इस मामले की उस दिन से ही मुंबई पुलिस विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है. मुंबई पुलिस ने हाल ही में शीर्ष अदालत में दायर अपने हलफनामे में राजपूत की मौत की सीबीआई जांच का विरोध किया है. पुलिस ने दावा किया कि वह निष्पक्ष तरीके से इस मामले की जांच कर रही है. सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह और बिहार सरकार ने भी इस मामले में अपने जवाब दाखिल किये हैं जबकि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दिये जाने के आधार पर केन्द्र ने इसमें पक्षकार बनने के लिये आवेदन दाखिल किया है.