रेलवे ट्रैक पर कुछ न कुछ डालकर ट्रेन पलटाने की साजिश थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अराजक तत्व बीते कुछ दिनों से अपने घटिया इरादों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं. कभी यूपी तो कभी राजस्थान या फिर उत्तराखंड हो या मध्यप्रदेश..कहीं न कहीं से ऐसे मामले सुनने को मिल चुके हैं. ताजा मामला महाराष्ट्र के ठाणे से सामने आया है. यहां जिले में भयंदर और मीरा रोड रेलवे स्टेशनों के बीच रेल पटरियों पर लोहे की छड़ों से भरा एक बैग फेंकने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं. इनकी इस हरकत से हजारों लोगों की जान जा सकती थी.
लोहे की छड़ों से भरा बैग फेंका
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि पुलिस ने तीनों को बुधवार को हिरासत में लिया है. सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार घटना 5 नवंबर को हुई जब कुछ लोगों ने सात लोहे की छड़ों से भरा एक बैग रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया.
उन्होंने कहा, पुलिस को तोड़फोड़ के प्रयास का संदेह भी है, जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतर सकती थी. इसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 125,(2), 126 (2), 329 (3) और भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 152 के प्रावधानों के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी की गई.
पहले भी रची जा चुकी है ऐसी ही साजिश
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है. बीते अगस्त में उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. ट्रेन के ड्राइवर ने बताया था कि पटरी पर बोल्डर रखा मिला था. इसके साथ लोहे के कई और स्ट्रक्चर बरामद हुए थे. हालांकि, स्टेशन पास होने के कारण ट्रेन की स्पीड स्लो ही थी, जिससे किसी की जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.
ट्रैक पर मिला एलपीजी सिलेंडर
इसके अलावा बर्राजपुर और बिल्हौर स्टेशन के बीच भी ऐसा ही मामला देखने को मिला था. यहां बीते 8 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई थी.
पुलिस को लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी, जिसके बाद उसने ब्रेक मारी, लेकिन उसके बाद भी ट्रेन पर काबू नहीं किया जा सका और ट्रेन उस चीज से टकरा गई, जिसके बाद काफी तेज आवाज हुई. लोको पायलट के मुताबिक, इस घटना के बाद उसने ट्रेन को रोक दिया और गार्ड समेत अन्य अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी.