Advertisment

मंदिर में खेल रहे बच्चे के साथ हैवानियत, पहले पीटा फिर गर्म टाइल्स पर बिठा दिया

महाराष्ट्र के वर्धा जिले की घटना, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, घायल बच्चे अस्पताल में भर्ती

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
मंदिर में खेल रहे बच्चे के साथ हैवानियत, पहले पीटा फिर गर्म टाइल्स पर बिठा दिया

the-dalit-child-played-in-temple-beaten

देश कहां से कहां पहुंच गया. यह 21वीं शदी है. देश ने हर एक बुलंदी को छुआ, लेकिन इतना बदलाव होने के बावजूद अगर नहीं बदला तो वह है लोगों की मानसिकता. अभी भी दलितों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है. दलित शादी में घोड़ी नहीं चढ़ सकता है. उसे अभी भी बहुत कार्यों से वंचित रखा गया है. अगर वे ऐसा करने की जुर्रत करते हैं तो उसे कठोर सजा दी जाती है. मानो हमलोग इस युग में नहीं, बल्कि मनु युग में जी रहे हैं. 

Advertisment

यह भी पढ़ें - अपने शब्दों के बाण से बीजेपी पर प्रहार करने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला का जानें सफर

ऐसे ही एक घटना महाराष्ट्र के वर्धा जिला में घटित हुई है. 8 साल का दलित बच्चा मंदिर में पूजा करने नहीं बल्कि खेलने गया तो उसे इतनी कठोर सजा मिली कि रूह कांप उठे. बच्चे की पैंट उतारकर धूप से गरम हो चुकी टाइल्स पर बिठा दिया. इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई. टाइल्स इतना गरम था कि बच्चे की कमर के नीचे का हिस्सा जल गया. पूरा स्कीन वहां से हट गया. यह घटना 15 जून शनिवार की शाम को हुई थी.

यह भी पढ़ें - टैक्स चोरों पर नरेंद्र मोदी सरकार सख्त, इनकम टैक्स कानून में किया ये बड़ा बदलाव

Advertisment

वर्धा जिले के आर्वी की रहनेवाली महिला लक्ष्मीबाई खड़से का बेटा खेलने के लिए जोगना मंदिर में गया था. उसी इलाके के रहनेवाले आरोपी उमेश ढोरे ने बच्चे की पिटाई शुरू कर दी. आरोपी का पिटाई से मन नहीं भरा तो बच्चे की पैंट उतारी और धूप में जल रही टाइल्स पर बिठा दिया.

घायल बच्चे को अस्पताल में कराया भर्ती

बच्चे का पिछुवाड़ा बिल्कुल जल गया. घायल बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज किया जा रहा है. पुलिस ने एट्रोसिटी और अन्य धाराओं के तहत आरोपी उमेश ढोरे की गिरफ्तारी की है.

Advertisment

HIGHLIGHTS

  • दलित बच्चे को जमकर पीटा
  • मंदिर में खेलने गया तो गर्म टाइल्स पर बैठा दिया
  • आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
maharashtra Maharashtra Police temple untouchability vardha Treatment HOSPITAL dalit child
Advertisment
Advertisment