शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ सभी पार्टियों को एकजुट होना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के विस्तार की बात कही. उन्होंने कहा कि लेफ्ट-राइट सभी पार्टियों को एकजुट होना चाहिए ताकि मोदी सरकार के तानाशाही रवैये को दुर्जेय विकल्प दी जा सके.
इसके साथ ही उन्होंने यूपीए की कमान शरद पवार के हाथों में सौंपने की मांग भी की. पत्रकारों से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि सोनिया गांधी ने प्रभावी तरीके से इन सालों में संयुक्त विकासशील मोर्चा (UPA) का नेतृत्व किया. अब वक्त आ गया है कि यूपीए में और भी अलायंस को जोड़ा जाए.
इसके साथ ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने यूपीए के प्रमुख होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में नेताओं की कोई कमी नहीं है. इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि नेता कौन है. सबसे अहम है लोगों का समर्थन. सोनिया गांधी के अलावा शरद पवार को लोगों का समर्थन है.
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राज्यसभा सांसद ने कहा कि तानाशाही रवैये वाली केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक होना चाहिेए. लोकतंत्र के लिए कमजोर विपक्ष बेहद ही बुरा है.
यूपीए की अगुवाई करने के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, "कांग्रेस (अंतरिम) अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन सभी वर्षों में यूपीए का नेतृत्व किया था. अब समय आ गया है कि यूपीए का दायरा बढ़ाया जाए".
उन्होंने कहा कि बहुत सारी क्षेत्रीय पार्टी है जो अलग-अलग राज्य में बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है. लेकिन वो यूपीए का हिस्सा नहीं है. सभी विपक्षी पार्टियों को एक छत के नीचे आ जाना चाहिए. शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न राज्यों में गैर-भाजपा सरकारों को विकासात्मक कार्यों को करने में केंद्र सरकार से असहयोग जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
Source : News Nation Bureau