महाराष्ट्र में एक ओर राजनीतिक उठापटक जारी है तो दूसरी ओर कोरोना की एंट्री हो गई है. सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. महाराष्ट्र की सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसी भी वक्त अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इस बीच शिवसेना ने विधायकों के लिए व्हीप जारी किया है. शिवसेना ने कहा कि अगर 5 बजे की मीटिंग में विधायक नहीं पहुंचेंगे तो दलबदल कानून के तहत विधायकों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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बागी विधायकों को दलबदल कानून के तहत निष्कासित करने की शिवसेना ने धमकी दी है. विधायकों को खत भेजकर विधिमंडल पार्टी की बैठक के लिए बुलाया गया है. मुंबई में मुख्यमंत्री आवास पर आज शाम पांच बजे यह बैठक बुलाई गई है. बैठक में शामिल न होने पर पार्टी से निष्कासित किए जाने की बात खत में कही गई है. इस बीच एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि सुनील प्रभु के हस्ताक्षर से बुलाई गई आज की बैठक कानूनी तौर पर अवैध है, क्योंकि शिवसेना विधिमंडल के मुख्य के तौर पर भारत गोगावले की नियुक्ति हुई है.
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आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कैबिनेट की मीटिंग में सीएम के इस्तीफे या विधानसभा भंग करने का कोई प्रस्ताव नहीं आया है. इसके साथ ही मीटिंग के अंत में उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि हम देखते हैं कि आगे क्या होगा. इसमें उद्धव ठाकरे सरकार के 8 मंत्री नहीं हुए पहुंचे. शिवसेना के बागी 34 विधायकों ने मीटिंग करके एकनाथ शिंदे को निर्विरोध शिवसेना का विधायक दल का नेता चुना और 34 विधायकों के सिग्नेचर वाला पत्र विधान सभा उपाध्याक्ष नरहरि झिरवल के ऑफिस में सबमिट किया गया है.