Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले एक से ज्यादा समय से उलटफेर देखने को मिल रहा है. पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ होकर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली तो अब डिप्टी सीएम अजित पवार ने शरद पवार से बगावत कर दी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में टूट का मुद्दा अभी थमा ही नहीं था कि मुख्यमंत्री शिंदे (CM Shinde Eknath) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) के साथ मिलकर बड़ा खेल कर दिया है.
राज्य की राजनीति एक फिर गरमा गई है. अब राजनीति गरमाने का मुद्दा उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच नजदीकी आने की चर्चा है. ये मामला तब और तूल पकड़ लिया था जब मनसे के नेता अभिजीत पानसे और शिवसेना (यूटीबी) के नेता संजय राउत के बीच मुलाकात हुई थी. इसके बाद संजय राउत के बयान ने सभी राजनीतिक दलों की धड़कनें तेज कर दीं. बताया जा रहा है कि ठाकरे भाइयों के करीब आने की चर्चा को शांत करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मनसे के मुखिया राज ठाकरे से मुलाकात की.
यह भी पढ़ें : PM Modi In Varanasi: अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई... पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज
सूत्रों का कहना है कि राज्य में ठाकरे भाइयों को लेकर चल रही चर्चा कहीं सत्य न हो जाए, इसलिए सावधानी बरतते हुए सीएम शिंदे ने राज ठाकरे से भेंट की. इस दोनों के बीच राज्य की राजनीति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई और भविष्य की रणनीति पर मंथन हुआ है. हालांकि, दोनों के बीच कई बार मुलाकात हो चुकी है. आपको बता दें कि संजय राउत ने अपने बयान में कहा था कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे भाई हैं. अगर दोनों भाइयों में कोई वार्ता होनी होगी तो इस मामले में किसी के मध्यस्थता की कोई आवश्यकता नहीं होगी.