महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार शाम को फेसबुक लाइव के जरिए जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने बागी विधायकों के सभी सवालों और इल्जामों के जवाब देने की कोशिश की. इस दौरान वह बहुत भावुक नजर आए. उन्होंने पार्टी को बचाने के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी के साथ ही पार्टी प्रमुख का पद भी छोड़ने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी सरकार गिरने के बाद अगर नई सरकार में शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा तो मुझे खुशी होगी.
अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। सब लोगों (MLA) ने मेरा समर्थन किया लेकिन अपने ही लोगों (MLA) ने समर्थन नहीं किया। अगर मेरे खिलाफ एक भी वोट विरोध में जाता है तो में मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार हूं: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे pic.twitter.com/476otCLHed
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2022
1. स्वास्थ्य कारणों से विधायकों से नहीं मिला
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित करते हुए अपने विधायकों से नहीं मिलने के इल्जाम पर सफाई दी. उन्होंने कहा बहुत से लोग कह रहे हैं कि मैं विधायकों से नहीं मिलता हूं. इसके बाद उन्होंने कहा कि यह बात सच है कि मैं विधायकों से मिला नहीं, लेकिन मेरी तबीयत ठीक नहीं थी. पर पिछले कुछ दिनों से मैंने दोबारा मेरे विधायकों से मिलना शुरू किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही आदित्य ठाकरे, संजय राऊत और एकनाथ शिंदे सब अयोध्या दर्शन करने गए थे.
2. मेरे हिंदुत्व छोड़ने का इल्जाम गलत
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे के बाद शिवसेना के नेताओं को सत्ता, पद और सम्मान सब मिला कृपया वो सब मत भूलिएगा. इसके बाद उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की विधानसभा में हिन्दू और हिंदुत्व की बात करनेवाला में पहला मुख्यमंत्री हूं. मेरे हिंदुत्व पर शक करने वालों से सवाल है कि मैंने ऐसा क्या कर दिया कि आपको ऐसा लगा कि मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है??
3. महा विकास अघाड़ी सरकार बनाने पर दी सफाई
इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि मैं यह मानता हूं कि कांग्रेस एनसीपी के साथ हम पिछले 20-25 साल से लड़ रहे थे और आज उन्हीं साथ सत्ता में हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि उसके लिए वजह है. मुझे कांग्रेस के कमलनाथ और शरद पवार जी का का कॉल आया था, उन्होंने कहा कि उद्धवजी मुझे आप पर भरोसा है. इसके बाद उन्होंने विरोधी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे ही लोगों को मुझपर भरोसा नहीं है. इसपर क्या कहूं.
4. सीएम की कुर्सी चाहिए तो मैं पद छोड़ देता
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट पर हमला करते हुए कहा कि आपको कुछ दिक्कत थी तो आप मुझे कहते. आपको सीएम का पद चाहिए था, तो बोल देते कि उद्धव ठाकरे जी आप इस मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं हैं, पद छोड़ दो, तो मैं छोड़ देता. लेकिन आपको गुजरात, गुवाहाटी जाकर अपनी बात रखने की क्या जरूरत थी. इसके बाद उन्होंने कहा कि बगावत करने वाले मेरे विधायक हैं, वे खुद मुझसे बात करें.
5. मेरी इच्छा रहेगी की सीएम शिवसेना का ही बने
उद्धव धाटरे ने अपने बागी विधायकों को बातचीत का न्योता देते हुए कहा कि सामने आकर बात करिए. मेरे खिलाफ एक भी विधायक ने अगर वोट किया तो मेरे लिए वो शर्मनाक बात होगी. मैं सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. आमने-सामने बैठकर चर्चा करने के लिए भी तैयार हूं. आपको अगर लगता है कि मैं शिवसेना प्रमुख पद के लायक नहीं हूं तो भी बताते, मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं. इसके बाद उन्होंने कहा कि मेरे सीएम पद छोड़ने पर सीएम शिवसेना का ही हो तो मुझे खुशी होगी.
HIGHLIGHTS
- ये बालासाहेब की शिवसेना है, हमारे हिंदुत्व पर सवाल उठाना गलत
- विरोधियों को दिया बातचीत का ऑफर, बोले मैं सभी पद छोड़ने को तैयार
- मेरे पद छोड़ने के बाद सीएम शिवसेना का होगा तो मुझे खुशी होगी
Source : Abhishek Pandey