महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि अगर राज्य से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाता है तो यहां पैसे नहीं होंगे. हालांकि, बाद में उन्होंने अपने इस बयान पर स्पष्टीकरण दे दिया है. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं राज्यपाल का अपमान नहीं करता हूं, उस कुर्सी का सम्मान उस पर बैठे व्यक्ति को करना चाहिए. पिछले तीन सालों से उनके बयान ठीक नहीं है. महाराष्ट्र में रहते हुए मराठी आदमियों का अपमान किया है. महाराष्ट्र में कई अच्छी चीजें हैं.
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि जय हिंद जय महाराष्ट्र के नारे से आज की पीसी शुरू कर रहा हूं. विधान परिषद के सदस्य की नियुक्ति में उनको इंटरेस्ट है. उनका भाषण कौन लिखता है ये पता नहीं, महाराष्ट्र में लिखा जाता है या दिल्ली में. संयुक्त महाराष्ट्र में मुंबई लाने के लिए 105 लोगों ने शहादत दी. उन्होंने कहा कि कब तक उनका मान करेंगे. राज्यपाल ने हिंदुओं में फूट डालने का काम किया है.
उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल का अधिकार क्या है? हिंदुओं में फूट डालने का जो काम किया है, एक नीच काम किया है, उनको जेल में जाने की जरूरत है क्या? नए हिंदुवादी सत्ताधारियों को एक नया स्टैंड लेना चाहिए. राज्यपाल के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau