Maharashtra : महाराष्ट्र में शिंदे गुट की शिवसेना मजबूत होती जा रही है तो वहीं उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी कमजोर पड़ती जा रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता धीरे धीरे करके उद्धव गुट का साथ छोड़कर शिंदे गुट चले जा रहे हैं. ये सिलसिला लगातार चल रहा है. दो दिन में उद्धव ठाकरे को 2 बड़े झटके लगे हैं. पार्टी के उपनेता एवं पूर्व विधायक शिशिर शिंदे और प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने साथ छोड़ दिया है.
आपको बता दें कि पार्टी के उपनेता और पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने एक दिन पहले शनिवार को अचानक से शिवसेना (यूबीटी) से रिजाइन दे दिया था. उन्होंने उद्धव ठाकरे को भेजे इस्तीफे पत्र में कहा कि उनका 4 साल शिवसेना में बर्बाद हो गया. वे एक साल से उपनेता के पद पर हैं, लेकिन उन्हें अबतक कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली है. साथ ही पिछले 6 माह में उद्धव उनसे नहीं मिले.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने रविवार को एमएलसी मनीषा कयांदे को पार्टी से बर्खास्त कर दिया. पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में उन पर ये कार्रवाई की गई है. उसके बाद उन्होंने उद्धव ठाकरे की पार्टी से इस्तीफा दे दिया और आज ही देर शाम शिंदे गुट ज्वाइन कर लिया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ही पार्टी की सदस्यता दिलाई है. दो दिन में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को यह दूसरा झटका लगा है.
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आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे गुट के बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई और खुद मुख्यमंत्री बन गए. इसके बाद चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देते हुए शिवसेना और पार्टी सिंबल एकनाथ शिंदे को सौंप दिया था.