महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच उद्धव ठाकरे ग्रुप को बड़ा झटका लगा है. ठाणे और नवी मुंबई के बाद कल्याण-डोंबिवली में भी 55 नगर सेवकों ने उद्धव ठाकरे ग्रुप से किनारा कर लिया है और वो एकनाथ शिंदे के गुट से जुड़ गए हैं. महाराष्ट्र में साफ दिख रहा है कि एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी पर आने के बाद राज्य के सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं. उद्धव ठाकरे लगातार कमजोर पड़ते दिख रहे हैं, तो एकनाथ शिंदे लगातार मजबूत हो रहे हैं.
ताजी जानकारी के मुताबिक, कल्याण डोम्बिवली महानगरपालिका के 55 शिवसेना कॉर्पोरेटरों (55 Shiv Sena corporator) ने ठाकरे के साथ छोड़कर अपना समर्थन शिंदे को दे दिया है. इससे पहले, नवी मुंबई में शिवसेना के 32 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे से मिलकर अपना समर्थन दिया था. वहीं, गुरुवार को ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 में 66 कॉर्पोरेटर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए थे.
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एकनाथ शिंदे ने किया उद्धव ठाकरे का तख्तापलट
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद बागी रुख अपना लिया. वो 11 विधायकों के साथ मुंबई से सूरत फिर गुवाहाटी पहुंचे थे, लेकिन उनका समर्थन लगातार बढ़ता गया. और उद्धव के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई. एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से राज्य के सीएम बने हैं. वहीं, देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम हैं. एकनाथ शिंदे के खेमे में 50 विधायक हैं. इनमें शिवसेना के 40 विधायक और 10 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र राजनीतिक संकट में ठाकरे गुट को झटके पर झटका
- ठाणे-नवी मुंबई के बाद कल्याण-डोंबिवली में भी झटका
- शिवसेना के 55 नगर सेवक एकनाथ शिंदे गुट से जुड़े