महाराष्ट्र में सत्ता की कमान किसके हाथ होगी, इसकी तस्वीर आज यानी शुक्रवार को लगभग साफ हो जाएगी. इस बीच महाराष्ट्र में आज शिवसेना के विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी के तमाम विधायकों ने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी. इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि सीएम पद से जुड़ा फैसला विधायक उन पर छोड़ दें.
शिवसेना विधायकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा बीजेपी ने हमे धोखा दिया,हमे NDA से बाहर निकाला. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दीपावली के समय 50-50 फॉर्मूले पर झूठ बोला है.
उन्होंने कहा, दूसरे राज्य में यानी कश्मीर में pdp और कुछ राज्यो में विपरीत विचारधारा के साथ सरकार बना सकते हैं, मुख्यमंत्री पद के लिये समझौता कर सकते है,लेकिन हमारे साथ ऐसा नही करते. गठबंधन टूटा तो इसे रोकने के लिये अमित शाह और प्रधानमंत्री ने पहल नहीं की. हमे NDA तक से बाहर निकाला, इसीलिए शिवसेना को ये निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि महाराष्ट्र का मुख्यमत्री शिवसेना से ही होगा.
यह भी पढ़ें: Maharashtra LIVE: शिवसेना-NCP- कांग्रेस में बनी बात, तय हो गया सत्ता का फॉर्मूला
बता दें, महाराष्ट्र में अब शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस का गठबंधन लगभग फाइनल हो चुका है. कुछ ही समय में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर तीनों पार्टियों के बीच से पर्दा हट जाएगा. अब एक बात लगभग साफ हो चुकी है कि बीजेपी और शिवसेना की राह अलग हो चुकी है. शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह भाजपा के साथ नहीं आएगी. राउत ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ वाला त्रिदलीय गठबंधन जब सत्ता में आएगा तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद उनकी पार्टी को ही मिलेगा.
यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री शिवसेना का, गृह मंत्रालय एनसीपी को तो कांग्रेस को मिलेगा राजस्व मंत्रालय : सूत्र
बीजेपी के साथ अब जाने का कोई सवाल नहीं
अटकलें थी कि भाजपा मुख्यमंत्री पद शिवसेना के साथ साझा करने को तैयार है. इस बारे में सवाल पर राउत ने कहा, ‘‘प्रस्तावों के लिए वक्त अब खत्म हो चुका है. महाराष्ट्र की जनता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है.’’ यह पूछे जाने पर क्या तीनों गैर भाजपा दल शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेंगे, इस पर राउत ने कहा, ‘‘जब राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है तो ऐसे में राज्यपाल से मुलाकात क्यों करेंगे.’’