महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन पर आयोजित होने वाली पारंपरिक चाय पार्टी का बहिष्कार करने को लेकर विपक्षी भाजपा की आलोचना की और उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चाय बेचने वाली पृष्ठभूमि याद दिलाई. भाजपा ने हिंदुत्व के नायक विनायक दामोदर सावरकर का अपमान करने वाली कांग्रेस के साथ शिवसेना के गठबंधन सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर शाम में चाय पार्टी का बहिष्कार किया.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा, ‘हम सभी प्रधानमंत्री की पृष्ठभूमि जानते हैं जो चाय बेचते थे. मैं नहीं जानता कि भाजपा नेता क्यों चाय पार्टी का बहिष्कार कर रहे हैं, यह वो पेय पदार्थ है जिससे प्रधानमंत्री बहुत करीबी रूप से जुड़े हुए हैं. ऐसा लगता है कि उनके नेताओं (राज्य और केंद्रीय) के बीच मतभेद है.’ गौरतलब है कि राज्य में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की गठबंधन सरकार है.
वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जब तक नागरिकता संशोधन कानून संविधान की कसौटी पर खरा नहीं उतरता तब तक कानून लागू नहीं किया जाएगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ कोर्ट में गए हैं वहां क्या फैसला होता है उस देखकर हम निर्णय लेंगे.
उन्होंने कहा कि जबतक नागरिकता संशोधन कानून संविधान की कसौटी पर खरा नहीं उतरता तब तक कानून महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा. बीते गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नागरिकता संशोधन विधेयक को भारत के धर्मनिरपेक्ष चरित्र के खिलाफ बताया और कहा कि उनकी सरकार इस विधेयक को अपने राज्य में लागू नहीं करेगी.
Source : Bhasha