महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray) ने मंगलवार को कहा कि कल जो भी हुआ,वो शर्मसार करने वाली घटना थी. यह हमारी संस्कृति नहीं है. हमें यहां बदलाव लाने के लिए लाया गया है, लेकिन कल जो यहां देखने मिला, उससे सिर झुक जाता है. उन्होंने कहा कि हमने कुछ नहीं किया. ओबीसी समाज को लेकर चर्चा हो रही थी, उस पर सहमत होना या नहीं होना लोकतंत्र (Democracy) है. लेकिन धक्का मुक्की करना गाली देना लोकतंत्र नहीं है..वो भी सभागृह में.
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उद्धव ने कहा कि जो भास्कर जाधव के साथ केबिन में हुआ, ऐसा कहीं हो सकता है, उस पर मैं क्या कोई भी विश्वास नहीं करेगा? लेकिन ऐसा कल हुआ. यह तरीका सही नहीं है. वहीं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि दो दिन में हमने कितना काम किया है. हम लोगों का काम करने और उन्हें समाधान करने के लिए यहां आए हैं. कैबिनेट मंत्री अनिल परब ने कहा कि हमने आज बीजेपी से विनंती की, कि आपको सदन में आकर हिस्सा लेना चाहिए. लेकिन उन्होंने कहा कि हम बहिष्कार करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब हम दिल्ली गए थे, तब हमने ओबीसी आरक्षण के लिए ज़रूरी जानकारी केंद्र से मांगी थी और इसका पत्र प्रधानमंत्री को दिया था. उसी के लिए प्रस्ताव विधानसभा में ला रहे थे, उसके कोई इतनी नाराज़गी क्यों? इस तरह तांडव करने की ज़रूरत नहीं थी. उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. सरकार की ओर से हमने अधिकृत जानकारी की मांग की है. हमें जानकारी नहीं है, लेकिन विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस आंकड़ों की बात कर रहे थे. जब हमें जानकारी नहीं मिल पाई है तो उन्हें कैसे यह जानकारी मिली है?
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उन्होंने कहा कि यह आंकड़े केंद्र सरकार के पास हैं जो वो अपने योजनाओं के लिए इस्तेमाल करते हैं. जिस तरह फडणवीस कह रहे हैं कि आंकड़ों में गड़बड़ी है, तो क्या इसका यह मतलब समझा जाए कि केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे योजनाओं में गड़बड़ी हुई है? भ्रष्टाचार हुआ है? वैक्सीन की कमी पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम लोगों की जान के साथ नहीं खेलेंगे. हम ऐसे नहीं है.. 12.5 करोड़ लोग महाराष्ट्र में हैं. जब 18 से 44 साल के लोगों के टीके की ज़िम्मेदारी राज्य को दी गई थी, तब भी हमारी तैयारी थी और 18 से 44 साल के बीच आने वाले 6 करोड़ लोगों के लिए 12 करोड़ वैक्सीन एक चेक से लेने की तैयारी थी, लेकिन वो हमें नहीं दिया गया. ज़रूरत पड़ने पर हम दिन रात वैक्सीन दे सकते हैं, यह लेकिन तब संभव होगा जब हमें वैक्सीन की सप्लाई केंद्र की ओर से की जाए.उन्होंने कहा कि स्पुतनिक की वैक्सीन देश में आई है,लेकिन वो कहां है, वो हमें पता ही नहीं है. जैसे जैसे वैक्सीन बढ़ेंगी, हम तेज़ी से लोगों को वैक्सीन देने का काम करेंगे. यूके ने ज़्यादातर लोगों को वैक्सीन देने के बाद भी लॉकडाउन लगाया है.
HIGHLIGHTS
- उद्धव ठाकरे बोले- धक्का मुक्की करना गाली देना लोकतंत्र नहीं.वो भी सभागृह में
- महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीनेशन और वैक्सीन की कमी पर बोले सीएम ठाकरे
- कैबिनेट मंत्री अनिल परब ने कहा कि बीजेपी को सदन में आकर हिस्सा लेना चाहिए