मुंबई (Mumbai) की आरे कॉलोनी (Aarey Colony) में 2500 पेड़ों (Tree Cutting) की कटाई को लेकर शुरू हुए विवाद पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) भी कूद पड़े हैं. शिवसेना प्रमुख (Shiv Sena Chief) ने कहा कि मेरे लिए आरे कॉलोनी सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है.
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उद्धव ठाकरे ने आगे कहा. आरे कॉलोनी को लेकर आज जो कुछ भी हो रहा है, जो कुछ भी हो रहा था और जो कुछ भी भविष्य में होगा, मैं विस्तृत और गहन जानकारी ले रहा हूं कि स्थिति क्या है और इस मुद्दे पर मजबूती से और सीधे बात करेंगे. महाराष्ट्र में हमारी सरकार आने वाली है. अगर हमारी सरकार एक बार फिर से सत्ता में आती है तो हम तय करेंगे कि पेड़ों के खूनियों का क्या करना है.
वहीं, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javdekar) ने आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को सही ठहराया है. उन्होंने कहा, दिल्ली में 271 मेट्रो (Delhi Metro) स्टेशन हैं. इनके लिए दिल्ली में भी पेड़ काटे गए थे. लेकिन अब राजधानी में पेड़ों की संख्या और ज्यादा बढ़ाई गई है. यही विकास और प्रकृति का पोषण है. हाईकोर्ट ने भी अपने फैसले में कहा है कि ये वनक्षेत्र नहीं है. जब दिल्ली में पहला मेट्रो स्टेशन बना था, तब भी 20 से 25 पेड़ काटे गए थे. उस समय भी लोगों ने विरोध किया था. लेकिन एक पेड़ काटा गया तो 5 पेड़ लगाए गए. इसलिए आज हमारा 'ट्री कवर' बढ़ा है.
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बता दें कि मुंबई में इन दिनों एक बार फिर आरे कॉलोनी चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह कोई फिल्म नहीं है. वजह है पर्यावरण और मुंबई मेट्रो. बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की सभी याचिकाएं खारिज कर दी गईं. इसके बाद मुंबई के आरे इलाके में मेट्रो कार शेड बनाने के लिए वहां के जंगलों के 2700 पेड़ काटे जाने हैं, लेकिन कुछ ही देर में चिपको आंदोलन की तर्ज पर वहां प्रोटेस्ट शुरू हो गए और मेट्रो रेल साइट पर जमकर नारेबाजी हुई. इसका विरोध स्थानीय लोग और सेलेब्स कर रहे हैं.