उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद मोर्चा संभाल लिया है. मुख्यमंत्री ने कल यानी गुरुवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी. एक दिन बाद शुक्रवार को उन्होंने पदभार संभाल लिया है. कर्मचारियों ने उनका जोरदार से स्वागत किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम की नेम प्लेट लगाई गई है. पदभार संभालने के तुरंत बाद उद्धव ठाकरे ने मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उपस्थित कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विकास से संबंधित कार्य तत्काल प्रभाव से शुरू किए जाए. जनता के पैसों का बर्बादी ना हो इसके लिए पूरी सावधानी बरतें. इसके बाद महंत सुरेश दास का बड़ा बयान आया है. उन्होंने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे अयोध्या आ सकते हैं.
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Maharashtra Chief Minister's Office (CMO): Immediately after taking charge, CM Uddhav Thackeray held a meeting with senior officers at Mantralaya & instructed them to start development related works immediately and be cautious against wastage of public money. pic.twitter.com/pjNnz5ApaX
— ANI (@ANI) November 29, 2019
बतौर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि तीन पार्टियों की सरकार मुझे चलानी है. मेरे लिए यह बड़ा चैलेंज है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं अगर भाग जाता तो बालासाहब ठाकरे का पुत्र कहलाने लायक नहीं रहता. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने सचिवों को कहा है कि जनता के पैसों का हिसाब रखना होगा. गलत जगह पे खर्च नहीं होना चाहिए. आरे कार शेड में हो रहे निर्माण कार्य पर मैंने रोक लगा दी है. आरे में हो रही निर्माण कार्य की समीक्षा होगी. जब तक पुनर्विचार होकर क्या किया जाए, यह तय नहीं होता, तब तक आरे के जंगल का एक पत्ता भी नहीं तोड़ा जाएगा.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें अब चुनौतियों से निपटना है और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है. उन्होंने महाराष्ट्र की जनता को आश्वासन दिया कि एक पैसे की भी हेराफेरी नहीं होगी. तीन पार्टियों की सरकार मुझे चलानी है. जनता की पाई-पाई का हिसाब देना है. उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक विधानसभा नहीं देखी है. मेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये सरकार जनता के आशीर्वाद से बनी है.