Maharashtra Elections: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के बाद सबकी नजरें झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा पर टिकी हुई है. चुनाव आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा की तारीखों की घोषणा कर दी है. प्रदेश में 1 लाख 186 पोलिंग बूथ होंगे. महाराष्ट्र में कुल 9 करोड़ 63 लाख मतदाता हैं. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी.
महाराष्ट्र में एक चरण में मतदान
तारीखों की घोषणा के बाद सियासी हलचलें और तेज हो चुकी है. पिछले कुछ सालों में प्रदेश में काफी सियासी उथल पुथल देखने को मिला. 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा, गठबंधन को बहुमत भी मिला, लेकिन शिवसेना और भाजपा में बात नहीं बन पाई. मनमुटाव की वजह से शिवसेना और भाजपा के बीच में दरार आ गई और शिवसेना ने एनसीपी के साथ मिलकर प्रदेश में सरकार बना ली.
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2019 के बाद महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर
प्रदेश में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने के बाद उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. वहीं, 2022 में शिवसेना दो गुटों में बंट गई. एक गुट एकनाथ शिंदे और दूसरा गुट उद्धव ठाकरे का. 40 विधायकों के साथ शिंदे ने भाजपा के साथ हाथ मिला लिया और महाराष्ट्र में सरकार गिर गई.
महाविकास अघाड़ी Vs महायुति
जिसके बाद शिंदे और भाजपा ने मिलकर प्रदेश में सरकार बनाया और एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के नए सीएम बने. 2023 में एनसीपी भी दो गुटों में बंट गई. एक गुट अजित पवार का और दूसरा गुट शरद पवार का. बाद में अजित पवार ने भी महायुति से हाथ मिला लिया. लोकसभा चुनाव के नतीजों ने महाराष्ट्र में सभी को चौंका कर रख दिया. महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में शानदार रहा तो वहीं महायुति का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. अब विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी और महायुति में कौन बाजी मारती है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा.