House Collapsed in Varanasi: वाराणसी में मंगलवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर के पास सौ साल पुराना एक मकान गिर गया. जिसमें नौ लोग दबकर घायल हो गए. घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद रेस्क्यू टीम और पुलिस मौके पर पहुंच गई. जिन्होंने मलबे में दब लोगों को निकालकर मंडलीय अस्पताल में एडमिट कराया. जहां इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई. फिलहाल मलबे को हटाने का काम जारी है.
हादसे में एक महिला कांस्टेबल भी घायल
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के मुताबिक, "बचाव अभियान अब खत्म होने वाला है. मलबे में परिवार के 9 लोग फंस गए थे, सभी को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया. हादसे में ड्यूटी पर तैनात एक महिला कांस्टेबल भी घायल हो गई है. जिन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया जहां वह खतरे से बाहर हैं. वहीं कबीर चौरा अस्पताल में भर्ती एक महिला को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया है." उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता बचाव अभियान चलाकर घायलों की मदद करना है."
ये भी पढ़ें: शेख हसीना के बाद अब इनको मिलेगी बांग्लादेश PM की कमान, भारत को लेकर दिया यह बड़ा बयान
#WATCH | Kaushal Raj Sharma, Commissioner Varanasi Division says "Two houses collapsed here in which 9 people were trapped. 2 of them came out on their own and 7 others were rescued. One woman has lost her life and the remaining are under treatment. The rescue operation is almost… pic.twitter.com/YWhycEVmgZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 6, 2024
वाराणसी के मंडलायुक्त भी मौके पर पहुंचे
वाराणसी मंडल के आयुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि, "यहां दो घर ढह गए, जिसमें 9 लोग फंस गए थे, उनमें से 2 खुद ही बाहर आ गए और 7 अन्य को बचा लिया गया. हादसे में एक महिला की जान चली गई है और बाकी का इलाज चल रहा है. बचाव अभियान लगभग ख़त्म हो चुका है. हमारी अगली प्राथमिकता मलबे को साफ़ करना और घरों में पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करना है. हादसे में घर की ऊपरी मंजिल ढह गई है और उन मंजिलों पर लोग फंस गए हैं."
डीएम और सीएमओ ने जाना घायलों का हालचाल
वहीं वाराणसी के जिलाधिकारी एस राजलिंगम और सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी घायलों का हालचाल लेने मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह घटना एक बड़ी त्रासदी है और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए. पुराने मकानों की जांच और मरम्मत पर ध्यान देना आवश्यक है.
ये भी पढ़ें: Bangladesh Political Crisis: बांग्लादेश में 49 साल बाद दोहराया इतिहास, भारत से मदद की आस में शेख हसीना