एनआरसी (National Citizen Register) की फाइनल लिस्ट जारी होने के बाद असम के गोलपारा जिले के मटिया में देश का पहला डिटेंशन सेंटर बनाने का काम तेज हो गया है. एनआरसी की फाइनल लिस्ट में 19 लाख लोग जगह पाने से चूक गए हैं. हालांकि उनके पास विदेशी ट्रिब्यूनल में जाकर अपनी नागरिकता साबित करने का मौका है. सरकार ने इन लोगों को 120 दिन की मोहलत दी है. मौजूदा समय में असम में 100 विदेशी ट्रिब्यूनल हैं. लेकिन अब NRC लिस्ट जारी होने के बाद 200 ऐसे और ट्रिब्यूनल शुरू किए जायेंगे.
जूनियर इंजीनियर (जेई) राबिन दास ने बताया, "इस परियोजना पर काम दिसंबर 2018 में शुरू हुआ था. हमारा लक्ष्य इसे दिसंबर 2019 तक पूरा करना है. यह लगभग 46 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है." राबिन दास ने यह भी बताया कि 15 चार मंजिला इमारतें बनाई जा रही हैं. पुरुषों के लिए 13, महिलाओं के लिए 2. इसमें अलग शौचालय, अस्पताल, रसोई, भोजन क्षेत्र, मनोरंजन क्षेत्र और स्कूल होंगे. अधिकारियों और ग्रेड 4 के कर्मचारियों के लिए भवन होंगे. इसमें 2 सुरक्षा बैरक होंगे. जल प्रणाली में 50,000 लीटर की क्षमता होगी.
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माना जा रहा है कि NRC से बाहर हुए लोगों को इस डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा. इन डिटेंशन सेंटरों में उन लोगों को रखा जाएगा जिनका नाम देश के हर संवैधानिक विकल्पों के बाद भी NRC लिस्ट में नाम नहीं आया है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो