तमिलनाडु के साथ साथ नागालैंड के सियासी गलियारों में भी बगावत के सुर फूटने लगे थे। जिसके चलते मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने रविवार को इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल पी बी आचार्य ने जेलियांग का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। शनिवार को एक नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम में सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट एकमात्र लोकसभा सांसद नेफियू रियो को विधायको का समर्थन मिला। ऐसे में रियो का नया मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्य बैंक्वेट हाल में एनपीएफ विधायकों की आपातकालीन बैठक बुलाई है। यह बैठक सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक एलायंस ऑफ नागालैंड (डीएएन) विधायक दल की उसी जगह होने वाली बैठक के बाद होगी।
राज्य के शहरी निकाय चुनाव में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने के खिलाफ नगा गुटों के हिंसक आंदोलन के बाद से जेलियांग के खिलाफ बगावती सुर उठने लगे थे। नागालैंड विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं।
साठ सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक एलायंस ऑफ नागालैंड गठबंधन सरकार में निलंबित विधायक इमकोंग इमचेन, चार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और 8 निर्दलीय सहित 48 एनपीएफ विधायक शामिल हैं।