आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के लिए परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही. मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अब उनके खिलाफ एक और कार्रवाई कर दी है. दरअसल नायडू के आवास समेत 17 इमारतों को नोटिस जारी किया गया है. ये नोटिस इमारत के निर्माण के लिए इजाजत न लेने की शिकायत पर जारी किए गए हैं.
इससे पहले सीएम जगन मोहन रेड्डी ने सौर और पवन ऊर्जा खरीद मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ बुधवार को कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया था. सौर और पवन ऊर्जा खरीद के ये सौदे पूर्व सरकार द्वारा किए गए थे. आरोप है कि सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा कंपनियों के साथ हुए इन करार के कारण प्रदेश सरकार के खजाने को 2,636 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से इस रकम की वसूली के लिए कदम उठाने को कहा. जगन रेड्डी ने कहा कि ऊर्जा खरीद के सौदे में काफी अनियमितताएं बरती गईं. उन्होंने करार में शामिल तत्कालीन मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया.
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वहीं दूसरी तरफ चंद्रबाबू नायडू के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में कटौती की गई है. बेटे नारा लोकेश को मिली जेड श्रेणी की सुरक्षा को हटा लिया गया है. पूर्व मंत्री नारा लोकेश की सुरक्षा को 5+5 से घटाकर 2+2 कर दिया गया है. इससे पहले मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को उनका बंगला 'प्रजा वेदिका' तोड़ने के आदेश दे दिया था. उनका घर तोड़ने की कार्रवाई बुधवार से शुरू हुई. बता दें कुछ ऐसा ही कारनामा नायडू सरकार ने जगन मोहन रेड्डी के विपक्ष में रहते हुए किया था.