भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार ने असम में जिनके 2 से अधिक बच्चे हैं उन्हें सरकारी नौकरी नहीं देने की घोषणा की है. इसके विरोध में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख और सांसद बदरुद्दीन अजमल (Badaruddin Ajmal) का बयान अब सुर्खियों में हैं. दरअसल, बदरुद्दीन अजमल ने कहा है कि मुस्लिम किसी की भी नहीं सुनेंगे और बच्चे पैदा करेंगे. उन्होंने कहा है कि इस्लाम के मुताबिक जो भी इस दुनिया में आना चाहता है उन्हें आना चाहिए और उन्हें कोई भी रोक नहीं सकता.
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नौकरियों से दूर रखने के लिए बीजेपी ने लिया ये फैसला: बदरुद्दीन अजमल
बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार कोई भी कानून बना ले, मुस्लिम समाज पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बच्चे पैदा करने के लिए जो भी बन पड़ेगा वो करेंगे. उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार राज्य में नया कानून ला रही है ताकि मुस्लिम सरकारी नौकरी से दूर रहें. उन्होंने एक और विवादास्पद बयान दिया कि अगर मुस्लिमों के पास नौकरी नहीं रहेगी तो उन्हें 5-6 बच्चे पैदा करने चाहिए ताकि उनके पास आमदनी के लिए अधिक हाथ हों.
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बदरुद्दीन अजमल ने राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल पर भी विवादास्पद टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के माता पिता के 8 बच्चे थे. अगर वे इतने बच्चे पैदा नहीं करते तो क्या सर्बानंद सोनोवाल आज मुख्यमंत्री बन पाते. उन्होंने RSS चीफ मोहन भागवत को भी नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि भागवत कहते हैं कि 10-10 बच्चे पैदा करें और दूसरी ओर सरकार कह रही है कि जिनके 2 से अधिक बच्चे हैं उन्हें सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी. अजमल ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी पहले तय कर लें कि वे क्या चाहते हैं.