बेंगलुरु के हेब्बल में स्थित मणिपाल अस्पताल में एक 19 साल के युवक अरुण नायक के ब्रेन डेड होने के बाद परिजनों ने अंग दान यानी ऑर्गन डोनेशन का फैसला लेकर कई मरीजों की जान बचा दी है. अरुण नायक के लीवर को बेंगलुरु के BGS अस्पताल में दाखिल एक मरीज को दान किया गया. वहीं, दो गुर्दे कमांड अस्पताल और सकरा अस्पताल में दो मरीजों को ट्रांसप्लांट किया गया. वहीं, लंग्स और हार्ट को चेन्नई के MGM अस्पताल में दाखिल दो मरीजों को दिया गया ,जबकि corneas डॉक्टर राजकुमार आई बैंक को दान कर दिया गया.
दरअसल, 27 अगस्त को बेंगलुरु के पास दौड़ाबलापुरा इलाके में अरुण नायक अपने दो पहिया वाहन पर सवार थे और एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. 19 साल के अरुण नायक को तुरंत दौड़ाबलापुरा मणिपाल अस्पताल में दाखिल किया गया, लेकिन सिर में गंभीर चोट आने की वजह से अरुण नायक को हेब्बल स्थित मणिपाल अस्पताल में शिफ्ट किया गया. यहां सी. टी. स्कैन में मल्टीपल फ्रैक्चर दिखाई दिए, जिसके बाद डॉक्टरों ने अरुण नायक के हालत के बारे में उनके परिजनों को जानकारी दी और उन्हें समझाया कि अरुण को बचाना मुश्किल है.
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डॉक्टरों ने परिजनों को ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन के बारे में जानकारी दी. इसके बाद परिजन ऑर्गन डोनेशन के लिए तयार हो गए. अरुण नायक का इलाज आईसीयू में जारी था, लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. इसके बाद 29 अगस्त को ब्रेन डेड कमिटी ने अरुण को ब्रेन डेड घोषित कर दिया, जिसके बाद उनके अंग दान किए गए.
Source : Yasir Mushtaq