कोरोना वायरस (CoronaVirus Covid-19) की रोकथाम के लिये जारी लॉकडाउन के कारण तेलंगाना में करीब एक महीने से अधिक समय बाद शराब की दुकानें बुधवार को खुलीं और शराब के शौकीन शटर खुलने से पहले ही कतार लगा कर खड़े हो गये थे. कई जगहों पर शराब के दुकानदारों ने अपना व्यवसाय शुरू करने से विशेष प्रार्थना की. इस दौरान उन्होंने फूल चढ़ाये, नारियल फोड़े, अगरबत्ती जलायी और 'आरती' भी की.
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने घोषणा की थी कि प्रदेश के विभिन्न निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित 15 शराब की दुकानों को छोड़ कर राज्य की शेष 2200 से अधिक दुकानें बुधवार को व्यवसाय के लिये खुलेंगी . हालांकि, बार, पब और अन्य ऐसे स्थान जहां शराब परोसी जाती है वे बंद रहेंगे . किसी अप्रिय घटना को रोकने तथा कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये अधिकतर दुकानों पर पुलिस बलों को तैनात किया गया है .
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अधिकतर दुकानों के आगे दुकानदारों ने चॉक से गोला बनाया है ताकि शराब खरीदते समय ग्राहक सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों का पालन कर सकें . कुछ दुकानों पर ग्राहकों ने कतार में स्वयं खड़े रहने की बजाये वहां बनाये गये गोले में अपने चप्पल—जूते, थैलों एवं अन्य सामान रख दिया है शराब के एक खरीददार ने कहा, ''मैं इस दिन का इंतजार कर रहा था और इसकी कीमतें बढ़ने से मुझे बुरा नही लगेगा .
इस बार मैं पर्याप्त मात्रा में शराब खरीदूंगा .'' राज्य सरकार ने शराब की कीमतों में 16 फीसदी की बढोत्तरी की है . तेलंगाना के पड़ोसी राज्यों — आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री शुरू होने के बाद राज्य में इसे खोलने का निर्णय किया गया है. प्रदेश भर में 22 मार्च से ही शराब की सभी दुकानें बंद हैं जब लॉकडाउन की घोषणा की गयी थी . राज्य सरकार ने चेताया है कि अगर सामाजिक मेल जोल से दूरी का खयाल नहीं रखा जाता है तो दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा.