केरल और तमिलनाडु में ओखी तूफ़ान ने तबाही मचाई हुई है। सीतारमण आज तमिलनाडु और केरल के अन्य प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जुटाए गए आंकड़ों में कहा गया है कि भारतीय नौसेना, तटरक्षक व वायुसेना ने अब तक 357 मछुआरों को इस तूफ़ान के कहर से बचाया है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने चक्रवात ओखी के बाद खोज एवं राहत अभियान की समीक्षा की।
रक्षामंत्री ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी लापता मछुआरे सुरक्षित हो। 15 दिन तक समुद्र में फंसी नाव में सभी मछुआरे जिंदा थे।
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लक्षद्वीप में भारतीय नौसेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
357 बचाये गए मछुआरों में से 71 तमिलनाडु के मछुआरे है जो कि ओखी तूफ़ान के कारण समुद्र में फंस गए थे।
कन्याकुमारी पहुंचने व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद मंत्री ने आसपास के गांवों का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय मछुआरों से बातचीत की। सीतारमण ने तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम से भी मुलाकात की।
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मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि वह कन्याकुमारी से सड़क के रास्ते केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम जाएंगी और चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी व स्थानीय लोगों से रास्ते में मिलेंगी।
तमिलनाडु के अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात ओक्खी के कारण हुई मौतों की कुल संख्या 19 पर पहुंच गई है। राज्य विभाग ने कहा कि कम से कम 690 लोगों को अब तक बचाया गया है जबकि 96 अभी भी लापता हैं।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, रक्षा बलों ने 30 नवंबर से 71 तमिलनाडु के मछुआरों को, केरल के 250 लोगों को, लक्षद्वीप व मिनिकाय द्वीप के 38 लोगों को बचाया है।
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(इनपुट- आईएएनएस)
Source : News Nation Bureau