कर्नाटक के चिक्कामगलुर के एक कॉफी एस्टेट के मालिक और उसके बेटे पर एक दलित महिला समेत 16 मजदूरों को कई दिनों तक बंधक बना कर प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है । चिक्कामगलुरु के हुससैनहली गांव स्थित एक कॉफी एस्टेट के मालिक जगदीश गौड़ा और उसके बेटे ने चार दलित परिवारों के 16 मजदूरों को एक कमरे में कई दिन बंद कर के रख दिया ,जिसमे एक गर्भवती महिला अर्पिता भी थी । जगदीश ने अर्पिता को भी एक दिन तक बंधक बनाया था और इसकी पिटाई भी की थी ,जिस वजह से उसका गर्भपात हो गया । दरअसल दो हफ्ते पहले जगदीश ने मजदूरों के कुछ बच्चो को डांट लगाई थी ,जब अर्पिता के देवर ने इस पर ऐतराज किया तो जगदीश ने अर्पिता के देवर की पिटाई की , मजदूर इसे नाराज हुवे और काम करने से इंकार किया ।जगदीश ने इन मजदूरों की जिद देख उसने ने कर्ज के तौर पर दी गयी रकम वापस देना का दवाब मजदूरों पर बनाया। बात बिगड़ गयी जिसके बाद,जगदीश और उसके बेटे ने सभी 16 मजदूरों को एक कमरे में बंद कर बंधक बना लिया गया। जब अर्पिता की मां ने उसे फोन किया तो अर्पिता का फोन नही लगा और वो खुद अर्पिता को देखने आई ,जिसके बाद यह सारा मामला सामने आया । पुलिस ने जगदीश और उसके बेटे तिलक के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 ,323,342 ,34 और एससी एसटी प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटीज एक्ट की धारा 3 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है । आरोपी पिता पुत्र फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में नही आये है।
दो हफ्ते पहले उसका मेरे देवर से झगड़ा हुया था । मामला बच्चों से सम्बंधित था। मेरी बहन ने जगदीश को डांटा की वो बच्चों को गालियां क्यों दे रहा है । मेरे देवर ने भी जब उससे बच्चों को गाली देने का कारण पूछा तो वो आ कर उसे पीटने लगा । अगले दिन हम काम पर नही गये । जब उसने हमसे कारण पूछा तो हमने कहा कि तुमने मारा इसलिये हम काम नही करेंगे। उसने हमसे दिए गए कर्ज को वापस लौटाने को कहा । उसने हमें बंधक बना कर रखा । मेरी माँ ने आ कर हमें वंहा से छुड़वाया। मुझे भी मार लगी जब उसने मेरा मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की थी । वो मेरा मोबाइल लेना चाहता था पर मैंने कहा कि मैं मोबाइल नही दूंगी ये मुझको मेरी माँ ने गिफ्ट किया है। उसने मुझे गन्दी गन्दी गालियां भी दी।
मेरे दामाद ने मुझको फोन किया कि वो मेरी बेटी को मार रहा है। जब मैंने फोन किया तो किसी ने नही उठाया तो मैं ऑटो रिक्शा ले कर वंहा पहुँची । मैंने देखा सभी एक कमरे में बंधक रखे गये थे जिनमे छोटे बच्चे भी शामिल थे । मैंने बंधक बनाने का कारण पूछा और कहा सबको आजाद करो। मैंने कमरे का दरवाजा खोल दिया औऱ सबको बाहर निकाला। मेरी बेटी को बुरी तरह पिटाई लगी थी । वो दो महीने की गर्भवती थी । उसका गर्भपात हो गया । उसे बहुत खून निकल रहा है । उसकी पिटाई करते हुये उसे दीवार से टकराया गया जिसकी वजह से उसका गर्भपात हो गया।
Source : Yasir Mushtaq