ओडिशा में फानी चक्रवात के दौरान मरने वालों की संख्या 41 हो गई है. इसके साथ ही भीषण गर्मी में बिजली की आपूर्ति न होने से लोगों की हालत और भी दयनीय हो गई है. राज्य सूचना व जनसंपर्क सचिव एस. के सिंह ने मीडिया को बताया कि चक्रवात में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है. स्पेशल रिलीफ कमिशनर (एसआरसी) कार्यालय के अनुसार, आपदा की चपेट में आए पशुओं की संख्या करीब 21,769,98 है. राज्य प्रशासन सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र पुरी और खुर्दा जिले के कुछ हिस्से सहित भुवनेश्वर में बिजली व्यवस्था दुरुस्त कराने को लेकर अभी भी संघर्षरत है. वहीं बढ़ता तापमान लोगों पर कहर बरसा रहा है.
एस. के सिंह ने बताया, "भुवनेश्वर में 10 मई तक करीब 80 प्रतिशत बिजली व्यवस्था दुरुस्त होने की उम्मीद है. वहीं पूरे शहर में 12 मई तक बिजली की आपूर्ति सुचारू हो पाएगी."
उन्होंने बताया कि चक्रवात की वजह से पुरी में भारी तबाही हुई है. इस वजह से बिजली व्यवस्था की मरम्मत होने में 12 मई तक या उससे भी अधिक वक्त लग सकता है.
चक्रवाती तूफान की वजह से कई बिजली टावर ध्वस्त हो गए हैं. चंदका, बिदनासी, समाग्रा, मेंधाशाला में चार 220 केवी ग्रिड और पुरी, नीमपाड़ा, मंचेश्वर, रणसिंहपुर में चार 132 केवी ग्रिड ध्वस्त हो गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि, इसके अलावा 5,030 किलोमीटर 33 केवी लाइन, 38,613 किलोमीटर 11 केवी लाइन, 11,077 वितरण ट्रांसफॉर्मर्स और 79,485 किलोमीटर एलटी लाइन चक्रवात में क्षतिग्रस्त हुए हैं.
Source : IANS