विधानसभा चुनाव के 7 महीने बाद कर्नाटक में एक बार फिर राज्य सरकार को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. सत्ता पक्ष के 5 विधायक गायब बताए जा रहे हैं. बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस के तहत सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लग रहा है, हालांकि बीएस येदियुरप्पा इससे इन्कार कर रहे हैं. दूसरी ओर, बीजेपी ने अपने सभी 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में बुला रखा है. अब बताया जा रहा है कि सत्ता पक्ष के गायब 5 विधायक कभी भी प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं. वहीं कांग्रेस के एक विधायक जमीन अहमद ने कहा, अगर बीजेपी तोड़फोड़ की कोशिश करती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे. हमारे संपर्क में भी बीजेपी के कुछ विधायक हैं. वहीं सिंचाई मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. यह सरकार पूरे 5 साल तक चलेगी.
Zameer Ahmed, Congress: 4-5 of our party MLAs are in Mumbai. We will not sit silently if attempts of poaching are made, even we are in touch with some BJP MLAs. We had talked with 2-3 of our MLAs while other MLAs' phones are off. I can assure you no one will leave. #Karnataka pic.twitter.com/gt8CpviRnH
— ANI (@ANI) January 15, 2019
कर्नाटक में चल रहे सियासी घमासान से लगता है कि तख्तापलट की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के 104 विधायक गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं. बीजेपी का आरोप है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश में जुटे हैं, इसी डर से वो यहां डेरा डाले हुए हैं. कर्नाटक बीजेपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) बीजेपी विधायकों को तोड़ना चाहती है. इसलिए हमलोग दिल्ली में अभी एक-दो दिन और रुकेंगे.'
Karnataka Minister DK Shivakumar: Govt is stable. It will run for full five years under the leadership of CM HD Kumaraswamy. pic.twitter.com/MdA2c8tCn5
— ANI (@ANI) January 15, 2019
यह भी कहा जा रहा है कि कर्नाटक के दक्षिणी राज्य के बीजेपी सांसद और विधायक अप्रैल-मई में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपने नेतृत्व से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. 225 सदस्यीय विधानसभा में अध्यक्ष सहित कांग्रेस के 80 विधायक हैं जबकि 37 विधायक जेडीएस के हैं. विधानसभा में बीजेपी के सबसे अधिक 104 विधायक हैं. वहीं कांग्रेस के 5 विधायक लापता बताए जा रहे हैं. सोमवार को 3 विधायकों के लापता होने की बात कही जा रही थी. सत्तापक्ष का आरोप है कि लापता सभी विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं.
सोमवार को कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री शिवकुमार ने बेंगलुरू में मीडिया को बताया, 'हमारे तीन विधायक मुंबई में हैं. हम बीजेपी द्वारा की जा रही खरीद फरोख्त के प्रयास से अवगत हैं. हमारे विधायकों ने भी स्वीकार किया कि बीजेपी द्वारा उनसे संपर्क किया जा रहा है.' उन्होंने आरोप लगाया, 'बीजेपी विधायकों को खरीदकर जनता दल सेक्युलर (जद-एस) व कांग्रेस की गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है.' शिवकुमार ने हालांकि उन विधायकों का नाम नहीं लिया, जिनसे बीजेपी ने संपर्क किया है.
राज्य में 224 सीटें जिसमें 14 बीजेपी, कांग्रेस 80, जेडीएस-37, बीएसपी-01, केपीजेपी-01, निर्दलीय-01 सीटें है. कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
ऑपरेशन लोटस क्या है?
2008 विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। भाजपा को 110, कांग्रेस को 80, जेडीएस को 28 और निर्दलीय को 6 सीटें मिली थीं।
भाजपा ने 6 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसके बाद भाजपा ने जेडीएस के चार और कांग्रेस के तीन विधायकों को अपने पक्ष में कर लिया था। इसके लिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बाद में सभी भाजपा में शामिल हो गए। इन सीटों पर उप चुनाव हुए। सात में से पांच विधायक जीत गए। इस तरह सदन में भाजपा की संख्या 115 हो गई। इस पूरी कवायद को ऑपरेशन लोटस कहा गया।