ओडिशा में दूसरे प्रदेशों से 5.5 लाख लोगों के आने के साथ राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के लक्षणों का पता लगाने के लिए 45 दिन की गहन निगरानी का कार्यक्रम शुरू किया है. आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मोहल्ला-बस्तियों में जाकर कोविड-19 लक्षण वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं.
ओड़िशा की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक शालिनी पंडित ने कहा कि कार्यकर्ता 16 जून से 31 जुलाई के बीच 53845 गांवों और 103 शहरी इलाके में सभी झुग्गी बस्तियों का दौरा करेंगे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल समेत अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में लोग लौटे.
बता दें, भारत में मंगलवार को कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 10000 पार कर गयी और केंद्र ने रोजाना परीक्षण क्षमता बढ़ाकर तीन लाख कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने में छठवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श शुरू करते हुए जीवन और आजीविका दोनों के महत्व पर बल दिया. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में लगातार पांचवे दिन 10,000 से अधिक नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 3,43,091 हो गए जबकि 380 और लोगों के जान गंवाने के बाद मरने वालों की संख्या 9,900 हो गई. दुनियाभर में इस बीमारी से अबतक 437,283 लेागों की मौत हुई है और इस लिहाज से भारत आठवें नंबर पर है.
देश में रात साढ़े नौ बजे तक देश में इस बीमारी से अबतक 10,057 मरीजों की मौत हुई जिनमें सत्तर फीसद मरीज महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के थे. इसी बीच, उच्चतम न्यायालय ने कहा कि देश में कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है बल्कि दिन प्रतिदिन स्थिति और खराब होती जा रही है. न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन की अगुवाई वाली पीठ ने ड्रग रैकेट के मामले में आरोपी जगजीत सिंह चहल के पैरोल आवेदन पर सुनवाई करते हुए कहा, ‘‘आप देखिये, कोविड-19 की स्थिति प्रत्येक गुजरते दिन के साथ अच्छी नहीं हो रही है. देश में यह खराब ही हो रही है.
Source : Bhasha