कर्नाटका में वीर सावरकर को लेकर उठा विवाद फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब श्रीराम सेना और उनके समर्थक हिंदू संगठनों ने प्रदेश में दस हजार से ज्यादा गणेश पंडालों में वीर सावरकर और बालगंगाधर तिलक की तस्वीरें लगाने का फैसला किया हैं । श्री राम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक के मुताबिक सावरकर एक इतिहास है और उसका विरोध करना मतलब देश का विरोध करना । सावरकर क्या हैं , इसके लिए हम जगह जगह पर पर कार्यक्रम करेंगे और 10 हजार गणेश पंडालों में उनकी तस्वीरें लगाएंगे। हिंदू संगठनों का समर्थन अब कर्नाटका के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने भी किया है। गृह मंत्री के मुताबिक वीर सावरकर देश का सबसे बड़ा फ्रीडम फाइटर है , कांग्रेस इसको बेवजह विवाद खड़ा कर रही है , वीर सावरकर के फोटो पूरे देश में लगाने चाहिए।
वीर सावरकर एक इज़्ज़तदार स्वतंत्रता सेनानी है . बहुत ही ऊंचे दर्जे के स्वतंत्रता सेनानी है वो. उनके परिवार वालों ने भी देश के लिए बलिदान दिया है अगर उन्हें एहसास होता है कि लोग इस तरह का व्यवहार करेंगे तो शायद वह स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लेते. बेवजह का विवाद नहीं होना चाहिए। उनकी तस्वीर मुस्लिम संस्थानों में क्यों नहीं रखनी चाहिए सिद्धारमैय्या को क्यों ऐसा लगता। उनकी तस्वीर पूरे देश के हर जगह लगा करके उसकी पूजा की जानी चाहिए। इस जगह मत डालो उस जगह मत डालो करके क्यों बेवजह विवाद खड़ा करते हैं। इसको लेकर आज आग लगाने का काम चल रहा है। बेवजह ही ऐसे स्वतंत्रता सेनानी को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है गणेश के साथ अगर उनकी तस्वीर रखकर उनका अभिनंदन किया जाता है इसका स्वागत किया जाना चाहिए। इसमें आपत्ति करने की क्या जरूरत है.
वहीं कांग्रेस का कहना है की वीर सावरकर देश भक्त नहीं था ,सब को इतिहास मालूम है ,ऐसे में बीजेपी एक साजिश के तहत वीर सावरकर का मुद्दा उठा रही है , कानून व्यवस्था संभालना सरकार का काम है लेकिन जब सरकार ही कानून व्यवस्था बिगाड़ने चाहती है , तो फिर विपक्ष क्या कर सकती है। गोरतलब है की 15 अगस्त के दिन शिवामोगगा में वीर सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर काफी हंगामा हुवा था और दोनो समुधाइयो के बीच बावला हुआ था ,दो लोग जख्मी हुए थे , इसके बाद से ही पूरे कर्नाटका में हिंदू संगठन और बीजेपी कार्यकर्ता वीर सावरकर्णके पोस्टर जगह जगह लगा रहे है
Source : Avinash Singh