हैदराबाद शहर अब खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो चुका है। बुधवार को नगर निगम के द्वारा जारी बयान में कहा गया कि शहर को यह सम्मान सभी पार्षदों के द्वारा अपने- अपने वार्डों को खुले में शौच से मुक्त बनाने के अंडरटेकिंग देने के बाद मिला है।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने एक बयान जारी कहा, 'सभी 150 वार्डों के पार्षदों ने अपने वार्डों के खुले में शौच से मुक्त होने के अंडरटेकिंग दिए और नगर निगम से आग्रह किया कि इसकी घोषणा की जानी चाहिए।'
तेलंगाना नगर प्रशासन और शहरी विकास मंत्री के टी रामा राव की निर्देशों के अंदर ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने खुले में शौच को नियंत्रित करने के लिए कई तरह के कदम उठाए गए। हैदराबाद काफी लंबे समय से इस जरूरी अभियान पर काम कर रहा था।
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नगर निगम ने कई व्यक्तिगत और सामूहिक शौचालयों का निर्माण किया और झुग्गियों में भी पहले से निर्मित शौचालयों का प्रबंध किया। बताया गया है कि शहर को खुले में शौच से मुक्त करने के अभियान के तहत जीएचएमसी ने करीब 295 पेट्रोल पम्पों और 390 होटल और रेस्टोरेंट्स को आम लोगों के लिए शौचालय निर्माण करने को कहा।
केन्द्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के लॉन्च होने के बाद देश के कई शहर और कई गांव भी खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। इस मामले में हरियाणा बहुत अच्छा राज्य बनकर उभरा है।
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HIGHLIGHTS
- 150 वार्डों के पार्षदों ने अपने वार्डों के खुले में शौच से मुक्त होने के अंडरटेकिंग दिए
- तेलंगाना नगर प्रशासन और शहरी विकास मंत्री के टी रामा राव की निर्देशों पर हुआ अमल
Source : News Nation Bureau