अदानी समूह ने पहले ही ओडिशा में 7,600 करोड़ रुपये का निवेश किया है और अगले दस वर्षों में नियोजित पूंजी निवेश 60,000 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा, गुरुवार को अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड (एपीएसईजेड) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करण अडानी ने यह बातें कही हैं. मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव में बोलते हुए करण अडानी ने कहा: ओडिशा राज्य में हमारे निवेश में तेजी जारी है- और पिछले पांच वर्षों में अडानी समूह ने पहले ही 7,600 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जैसा कि हम एलएनजी टर्मिनल, धामरा बंदरगाह और हमारी खनन गतिविधियों को विकसित करने के लिए आगे बढ़ चुके हैं.
उन्होंने कहा कि कंपनी का नियोजित पूंजी निवेश अगले दस वर्षों में 60,000 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष नौकरियों की संख्या पहले ही 4,500 को छू चुकी है, जबकि नियोजित निवेश से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को नया आकार देने में मदद मिलेगी.
करण अडानी ने कहा कि ओडिशा में अडानी समूह के प्राथमिक हित बंदरगाह और रसद, औद्योगिक क्लस्टर और विशेष आर्थिक क्षेत्र, बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण, एकीकृत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, डेटा केंद्र, रक्षा, सीमेंट और कृषि-व्यवसाय हैं. हम अपने सभी मुख्य व्यवसायों में अग्रणी हैं- और ओडिशा अडानी समूह के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है.
उन्होंने यह भी बताया कि धामरा बंदरगाह 300 मिलियन टन से अधिक के लिए पर्यावरण मंजूरी प्राप्त करने वाला भारत का पहला बंदरगाह है. बंदरगाह क्षमता में 315 मिलियन टन की विशाल क्षमता के साथ इसमें 35 बर्थ होंगे. उन्होंने घोषणा की कि धामरा में 50 लाख टन क्षमता का एलएनजी टर्मिनल इस साल दिसंबर में शुरू हो जाएगा. इसमें 5,200 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.
उन्होंने कहा, हम पहले ही अगले पांच साल में इस क्षमता को दोगुना करने की योजना बना चुके हैं. ओडिशा सरकार के उच्च-स्तरीय निकासी प्राधिकरण (एचएलसीए) ने राज्य में 4 मिलियन टन प्रति वर्ष एल्युमिना रिफाइनरी और 30 मिलियन टन प्रति वर्ष लौह अयस्क परियोजना स्थापित करने के अडानी समूह के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 30 नवंबर को शुरू हुआ था और यह 4 दिसंबर तक चलेगा.
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Source : IANS