पुलिस ने मलकानगिरी के जिलाधिकारी के पूर्व निजी सहायक (पीए) की पिछले साल रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के संबंध में जिलाधिकारी और उनके कार्यालय के तीन अन्य कर्मचारियों पर रविवार को एक मामला दर्ज किया. सब डिविजनल न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा दिए गए आदेश के बाद जिलाधिकारी मनीष अग्रवाल और उनके कार्यालय के तीन कर्मचारियों के विरुद्ध पीए की हत्या करने और साक्ष्य मिटाने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया. इस संबंध में टिप्पणी करने के लिए अग्रवाल उपलब्ध नहीं थे. पिछले साल 28 दिसंबर को जिलाधिकारी के पीए देव नारायण पांडा का शव मलकानगिरी नगर के पास एक जलाश्य में मिला था.
Source : Bhasha/News Nation Bureau