सूखा प्रभावित किसानों के समर्थन में विपक्षी दलों ने तमिलनाडु में बंद का आह्वान किया है। खबरों के मुताबिक, तिरुपुर में अधिकांश हौजरी इकाइयां बंद रहीं और तिरुवरुर में किसान रेल की पटरियों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
बंद के मद्देनजर किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए राज्य में अधिकांश स्थानों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
कांग्रेस, माकपा, भाकपा, वीसीके, एमएमके, आइयूएमएल ने भी इस बंद का समर्थन किया है। विपक्षी दलों ने इस बंद के ज़रिए तमिलनाडु में सूखे की स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और कानून के मुताबिक पर्याप्त राहत मुहैया कराने की मांग की है।
स्टालिन की अध्यक्षता में 16 अप्रैल को हुई राजनीतिक दलों की बैठक में 25 अप्रैल को राज्यभर में बंद का फैसला लिया गया था। मंगलवार को तमिलनाडु में बंद का असर साफ देखने को मिल रहा है और ज़्यादातर दुकानें बंद दिखाई दे रही है।
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इधर दिल्ली में इसी मांग को लेकर 41 दिनों तक विरोध जताने वाले तमिलनाडु के किसानों ने 25 मई तक के लिए अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। किसानों ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद आंदोलन टाला है और अगर 25 मई तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएगी तो फिर से आंदोलन शुरू करेंगे।
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Source : News Nation Bureau