ओडिशा में आए फानी तूफान से मरने वालों की संख्या अब 34 तक पहुंच गई है. तूफान के चलते राज्य में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है. सैकड़ों लोगों को बिना पानी और बिजली के रहना पड़ रहा है. राज्य में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ओडिशा पहुंच गए. एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनका स्वागत किया.
एक अधिकारी ने बताया कि 11 जिलों के 14,835 गांवों में लगभग 1.08 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि आपदा से 24 घंटे पहले 13.41 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया था. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि पुरी और बेहद गंभीर रूप से प्रभावित खुर्दा के कुछ हिस्सों में सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये नकद और पॉलीथीन शीट मिलेंगी अगर वे खाद्य सुरक्षा कानून (एफएसए) के तहत आते होंगे.
खुर्दा जिले के शेष हिस्सों के लिए जो गंभीर रूप से प्रभावित हुए एफएसए परिवारों को एक महीने का चावल, 1,000 रुपये नकद एवं पॉलीथीन शीट मिलेगी. पटनायक ने कहा कि कटक, केंद्रपाड़ा एवं जगतसिंहपुर के मध्यम रूपसे प्रभावित जिलों के लोगों को एक महीने का चावल का कोटा और 500 रुपये नकद दिया जाएगा.
पुरी में सबसे अधिक 21 मौतें
ओडिशा के मुख्य सचिव ए पी पाढ़ी के मुताबिक 34 में से 21 मौतें पुरी में हुईं, जहां तूफान शुक्रवार को पहुंचा था. पूर्व तटीय रेलवे ने हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रविवार को आंशिक रूप से परिचालन शुरू कर दिया है. चक्रवात के कारण पूरे तटीय ओडिशा के 11 जिले बालेश्वर, भद्रक, कटक, ढेंकानाल, गंजाम, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, मयूरभंज और पुरी प्रभावित हुए.
Source : News Nation Bureau