गोरखपुर का BRD अस्पताल ही बीमार नहीं बल्कि राजस्थान के बांसवाड़ा का अस्पताल भी बच्चों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। खबरों की माने तो इस अस्पताल में 51 दिनों में 81 बच्चों की मौत हो गई है।
इनमें 50 बच्चों की मौत जुलाई में हुई जबकि अगस्त महीने की 25 तारीख तक 31 बच्चों की मौत हो गई है। इन बच्चों में से कुछ की तो पैदा होते ही सांसे थम गई जबकि कुछ की मौत 15 से 20 दिन के भीतर हो गई।
एक रिपोर्ट के मुताबिक नवजात बच्चों की मौत की वजह मां का कुपोषित होना भी होता है। गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पूरी तरह से पोषाहार नहीं मिलने के चलते उनके बच्चे अत्यधिक कमजोर पैदा होते हैं और जिसकी वजह से इनमें से अधिकांश की मौत हो जाती है ।
इस पूरे मामसले पर डॉक्टर इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं
वहीं राज्य के आदिवासी क्षेत्र में काम करने वाले स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस इलाके की महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान कैल्शियम,आयरन और दूसरी स्वास्थ्यवर्धक गोलियां नहीं मिल पाती है,जिसके चलते बच्चे बीमार और कमजोर पैदा होते है
बच्चों के मौत के ये आंकड़े प्रशासन और सरकार पर गंभीर सवाल उठाते हैं।
Source : News Nation Bureau