Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर सामने आई है. जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटा लिया है. ये कदम जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन को देखते हुए लिया गया है. हाल ही में संपन्न हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की है. इस तरह जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन का रास्ता प्रशस्त हुआ है. इसको लेकर गृह मंत्रालय ने एक गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया.
ये भी पढ़ें: क्या है THAAD, जिसे इजरायल में तैनात करेगा अमेरिका! Video में देखें ईरानी मिसाइलों को कैसे कर देगा ध्वस्त
18 अक्टूबर को शपथ ग्रहण संभव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 अक्टूबर को संभव हो सकता है. ऐसे में उसी दिन ये तस्वीर भी साफ हो जाएगी की जम्मू-कश्मीर का अगला सीएम कौन होगा. हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ऐलान कर चुके हैं कि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बनेंगे. उमर अब्दुल्ला पहले भी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव था.
The order dated the 31st October, 2019 in relation to the Union territory of Jammu and Kashmir shall stand revoked immediately before the appointment of the Chief Minister under section 54 of the Jammu and Kashmir Reorganisation Act, 2019: MHA pic.twitter.com/nrcnwznGTa
— ANI (@ANI) October 13, 2024
ये भी पढ़ें: क्या है ऑसिफिकेशन टेस्ट, जो Baba Siddique Murder Case में अरेस्ट आरोपी का होगा, सामने आएगी ये सच्चाई
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Assembly Election 2024 Results)
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर अब्दुल्ला परिवार का मैजिक चला. फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ये चुनाव कांग्रेस, सीपीएम और JKNPP(I) दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था. चुनाव नतीजे में NC+ अलायंस की धमाकेदार जीत दर्ज की. चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अलायंस ने बहुमत हासिल किया था.
ये भी पढ़ें: Baba Siddique Murder: मुंबई क्राइम ब्रांच का बड़ा एक्शन, तीसरे आरोपी को किया अरेस्ट, सामने आए 6 आरोपियों के नाम
NC+ गठबंधन के खाते में 49 सीटें आई हैं और वोटिंग पर्सेंटेज 38 फीसदी रहा है. वहीं इस गठबंधन में शामिल कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं जबकि सीपीएस को एक सीट और जेकेएनपीपी (आई) का खाता भी नहीं खुल पाया है. इस चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को करारा झटका लगा है, एक समय था जब पीडीपी जम्मू-कश्मीर की सत्ता पर काबिज थी. यह उसके कमजोर होने का संकेत है.
ये भी पढ़ें: Lawrence Bishnoi: 11 राज्य और 6 देशों में फैला हुआ है बिश्नोई गैंग… जानिए दाऊद की राह पर कैसे लॉरेंस बिश्नोई?