आम आदमी पार्टी को दिल्ली में बड़ी जीत मिली है. यहां पार्टी को 57% वोट शेयर के साथ जीत मिली है. वहीं, पंजाब में भारी बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद भी मुख्यमंत्री की पुरानी सीट पार्टी बचाने में नाकाम रही है. यहां पार्टी को एक गुमनाम पार्टी शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान के हाथों का हार का सामना करना पड़ा है. लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में आप के परफॉर्मेंस के बारे में न्यूज नेशन संवाददाता अमित बक्शी ने आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह से बात की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली की जीत को केजरीवाल सरकार के कामकाज पर जनता की मोहर बताया. वहीं, संगरूर में पार्टी की हार को भावनात्मकता के कारण मिली हार बताया.
दिल्ली के राजेंद्र नगर और पंजाब के हालिया उपचुनाव पर बोलते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली की जीत अपने आप में इस बात का संदेश है कि दिल्ली वालों ने अरविंद केजरीवाल के मॉडल पर एक बार फिर से मोहर लगा दी है. वहीं, पंजाब के संगरूर में अकाली दल भाजपा कांग्रेस सब की जमानत जब्त हुई है. कई बार भावनात्मक आधार पर वोटिंग होती है. इसी कारण सिमरनजीत सिंह मान की जीत हुई है. वह कई बार से लगातार चुनाव हार रहे थे तो लोगों ने भावनात्मक आधार पर वोट किया और उन्हें जिंदगी के आखिरी पड़ाव में जीत का तोहफा दिया है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने अपने कार्यकाल में बहुत अच्छा काम किया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी सब पर काम शुरू कर दिया है.
भगवंत मान का किया बचाव
जब उनसे सवाल किया गया कि जो सीट मोदी लहर में भी पार्टी ने जीत ली थी, वह अब कैसे हार गए. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इस चुनाव को या इसके परिणामों को इन तीन महीनों के काम को रेफरेंडम नहीं कह सकते है. भगवंत मान दिन रात मेहनत कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. कई बार जनता भावनात्मक तरीके से निर्णय लेती है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए.
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सिद्दू मूसेवाला इफेक्ट पर करेंगे मंथन
जब उनसे पूछा गया, क्या सिद्दू मूसेवाला की हत्या बनी हार की वजह. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी इसकी समीक्षा करेगी.
HIGHLIGHTS
- पंजाब में भावनात्मक वोटिंग की वजह से हारी आप
- उपचुनाव में आप के लिए कहीं खुशी, कहीं गम
Source : Mohit Bakshi