पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर सक्रिय दिख रहे हैं. सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि वह पंजाब के हितों के लिए लड़ना जारी रखेंगे. कांग्रेस नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि कुछ दिनों पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बागी विधायक पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं. सिद्धू ने एक बैठक के बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैं पंजाब के हितों के लिए लड़ना जारी रखूंगा. आज हुई बैठक के दौरान हमने पार्टी विधायकों द्वारा उठाई गई समस्याओं को देखने के लिए ‘टीम सिद्धू’ का गठन किय है. मैंने इस बैठक में राज्य के बागी विधायकों से भी मुलाकात की.”
समराला में पूर्व विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों के घर पहुंचे सिद्धू ने आरोप लगाया कि किसानों की गेहूं की फसल 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जा रही है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में वही गेहूं 3,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेची जा रही है. ढिल्लों ने कहा, “सरकार को चाहिए कि वह किसानों को कम-से-कम 500 रुपये प्रति क्विंटल का मुनाफा दे. अगर यह पैसा नहीं दिया जाता है, तो किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए राज्य की सीमाएं खोल दी जानी चाहिए.”
यह भी पढ़ें : इस गर्मी सुबह की शुरुआत करें ऐसे, चाय भी लगेगी फीकी
गौरतलब है कि पंजाब में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस पार्टी के समराला से चार बार के विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों ने टिकट से वंचित होने के बाद निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था. विधानसभा चुनावों में पार्टी को बड़ा झटका लगा है और वह सिर्फ 18 सीट पर सिमट गई है, जबकि आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय विधानसभा में से 92 सीट पर जीत हासिल की. नवजोत सिद्धू को अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें आप की जीवन ज्योत कौर ने शिकस्त दी थी.
पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर- में मिली चुनावी शिकस्त के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा देने को कहा था, जिसके बाद सिद्धू ने भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था.