पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कौन होंगे, इस पर राहुल गांधी के खुलासे से दो दिन पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने प्रतिद्वंद्वी चरणजीत सिंह चन्नी पर सीधा हमला किया है. सिद्धू ने कहा है कि पार्टी को ईमानदार और साफ ट्रैक रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को ही चुनना चाहिए. सिद्धू ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी मुख्यमंत्री की पसंद को कम से कम 60 विधायकों का समर्थन होना चाहिए. वहीं सिद्धू ने यह कहकर हाईकमान के फैसले के प्रति अपने तेवर स्पष्ट कर दिए हैं कि शीर्ष पर बैठे लोग (हाईकमान) एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाचता रहे. मुख्यमंत्री चन्नी के भतीजे की भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी के बाद
नवजोत सिद्धू के तेवर कड़े हो गए हैं.
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पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने कहा, यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को चुनते हैं जो नैतिक अधिकार से रहित, नैतिकता से रहित या बेईमान और कुछ भ्रष्टाचार और माफिया का हिस्सा है, तो लोग बदलाव के लिए वोट देंगे और आपको एक मूली की तरह उखाड़ फेकेंगे. सिद्धू ने कहा, हमें एक ईमानदार उम्मीदवार की आवश्यकता है. आपका भाग्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या चुनते हैं. यह चुनाव है, मौका नहीं जो आपके भाग्य को निर्धारित करता है. एक माफिया टाइप व्यक्ति आपके कार्यक्रमों को लागू नहीं कर सकता है. एक व्यक्ति जो स्वयं माफिया रक्षक है, वह माफिया पर कैसे नकेल कस सकता है?
17 साल का ट्रैक रिकॉर्ड की बात कह रहे हैं सिद्धू
पंजाब के लिए कांग्रेस के संभावित मुख्यमंत्री घोषित होने की दौड़ में सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अवैध रेत खनन मामले में गिरफ्तारी के बाद सिद्धू ने अपनी बात रखी और कहा कि किसी भी मुख्यमंत्री की पसंद के लिए नैतिक अधिकार और 17 साल का ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए. सिद्धू ने कहा, मैं खुद को सीएम उम्मीदवार नहीं कह सकता, लेकिन आप कितने लोगों को देखते हैं जो सेलिब्रिटी हैं और छह चुनाव जीते हैं? केवल लोग ही मुख्यमंत्री को चुन सकते हैं. लोगों की आवाज भगवान की आवाज है. मैं कह सकता हूं कि मैं दूसरों के लिए जिम्मेदार नहीं हूं, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू चवन्नी रावदार नहीं है. सिद्धू से यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी जो भी फैसला करेगी, क्या वह स्वीकार करेंगे. इसके जवाब में सिद्धू ने कहा, मेरे स्वीकार करने या न करने का सवाल नहीं है. लोग इसे स्वीकार करेंगे. आपका नेता जो भी होगा उसे 60 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी. आप विधायकों के बिना मुख्यमंत्री कैसे बन सकते हैं. पंजाब में 20 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी के आने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर कड़े
- भतीजे की गिरफ्तारी के बाद सीएम चरणजीत सिंह पर बोला सीधा हमला
- कहा- ईमानदार और साफ ट्रैक रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को ही सीएम चुने पार्टी