पंजाब में विधानसभा चुनाव 2022 सिर पर हैं. मतदान के लिए गिनती के दिन बचे हैं. इससे पहले अमृतसर जिले के हिंदुओं से इकट्ठे होने की अपील की गई है. गुरुवार को शहर की गलियों में ऑल इंडिया हिंदू संघर्ष कमेटी ने हिन्दुओं से इकट्ठे होने की अपील की है. कमेटी ने शहर में जगह-जगह पोस्टर लगवाए हैं. कमेटी ने सभी सियासी पार्टियों के समक्ष चुनाव से पहले अपना मांग पत्र रखा है. इसमें कुछ मांगें भी हैं. शहर की गलियों में लगे इन पोस्टरों पर सभी राजनीतिक पार्टियों से शिकायत की गई है.
यह भी पढ़ें : विधानसभा चुनाव 2022: PM मोदी आज अल्मोड़ा, कासगंज में करेंगे रैलियां
ऑल इंडिया हिंदू संघर्ष कमेटी के पदाधिकारियों ने राजनीतिक पार्टियों पर आरोप लगाए हैं कि कभी किसी भी पार्टी ने हिंदुओं की मांगों को पूरा नहीं किया. इतना ही नहीं, हिंदुओं की मांगें अपने मेनिफेस्टो में भी नहीं उठाई गई है. जिसके चलते कई सालों से हिंदुओं की मांगें लंबित पड़ी हैं. हिंदू संघर्ष कमेटी की सबसे बड़ी मांग पंजाब में हिंदुओं का जाति बोर्ड न बनाकर हिंदू बोर्ड बनाने की है. पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव है.
यह हैं मुख्य मांगें :
1. पंजाब में हिंदू मुख्यमंत्री बनाया जाए. हिंदू मुख्यमंत्री न बना कर हिंदुओं से धोखा किया जाता है.
2. पंजाब में हिंदुओं की गिनती कम है. इसलिए राज्य में हिंदुओं को अल्पसंख्यक होने का दर्जा दिया जाए
3. गौ हत्या बंद की जाए
4. पंजाब में अल्पसंख्यक होने के कारण नौकरियों में भी रिजर्वेशन दी जाए
5. जिस तरह ईसाई स्कूलों में बाइबल पढ़ाई जाती है, हिंदू स्कूलों में वेद व गीता ज्ञान दिया जाए
6. आतंकवाद के दौरान 35 हजार हिंदू-सिख मारे गए थे. सभी के लिए 781 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज एनाउंस किया जाए
7. पंजाब में हिंदू ग्रंथों की बेअदबी करने वालों को पकड़ SIT का गठन कर जांच की जानी चाहिए. देश में हिंदू मंदिर एक्ट बनाया जाए. जिसमें हिंदू मंदिरों में इकट्ठा होने वाला पैसा हिंदुओं की मदद के लिए खर्च किया जाए.
HIGHLIGHTS
- पंजाब में 20 फरवरी को है विधानसभा चुनाव
- ऑल इंडिया हिंदू संघर्ष कमेटी ने हिन्दुओं से इकट्ठे होने की अपील
- कमेटी का आरोप- हिंदुओं की मांगों को पूरा नहीं किया