मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विरोधी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा की सरकारों ने हमेशा अपराधियों और माफिया को संरक्षण दिया. अपने राजनीतिक फायदे के लिए उन्होंने गैंगस्टरवाद को बढ़ावा दिया और राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश की. लेकिन हमने पंजाब को अपराध और माफिया मुक्त बनाने की कसम खाई है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गैंगस्टरों को जन्म दिया आज वहीं हंगामा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कलम की ताकत तलवार से अधिक शक्तिशाली है. “किसी भी शुभ काम को करने से पहले जिस तरह भगवान को पूजा जाता है,उसी तरह मैं हर सुबह अपनी कलम को नमन करता हूं ताकि मेरा हर फैसला लोगों के कल्याण और हित में हो. उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि पंजाब में जिन लोगों की अब तक सरकारें रहीं हैं, उन्होंने गैंगस्टरों को संरक्षण दिया और अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए उनका इस्तेमाल किया.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा "मैं अपने साथ गैंगस्टर नहीं लाया हूं, लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि पंजाब से अपराध और अपराधियों को पूरी तरह से खत्म कर दूंगा". विपक्षी दल आप सरकार के जनहितैषी काम को पचा नहीं पा रहे हैं. जो काम 75 साल में नहीं हुए, हमारी सरकार ने उन्हें तीन महीने में पूरा करके दिखाया है. संगरूर के लोगों ने मुझ पर भरोसा किया और मुझे पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया है. मैं लोगों की आवाज हूं और मेरा हर फैसला हमेशा प्रदेश की जनता के हित में होगा. शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संगरूर लोकसभा उपचुनाव में आप उम्मीदवार गुरमेल सिंह के लिए दिड़बा और सुनाम विधानसभा हलके के कई गांवों दिड़बा, खनौरी,लहरा, झाजली, जखेपल,चीमा, लोंगोवाल और सुनाम में रोड शो किया और लोगों से आप उम्मीदवार को भारी मतों से जीत दिलाकर संसद भेजने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि बतौर सांसद मैंने हमेशा पंजाब के लोगों की अवाज संसद में उठाई है. मैं भी सामान्य परिवार से हूं। इसलिए आम लोगों का दुख-दर्द अच्छे से समझता हूं. मेरी तरह गुरमेल सिंह भी आम घर का पढ़ा लिखा नौजवान है. मुझे विश्वास है कि जिस तरह संगरूर की जनता ने मुझे प्यार दिया है, उसी तरह गुरमेल सिंह को भी प्यार बख्शेंगे और भारी मतों से जीताकर संसद भेजेंगे.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों पर जुबानी हमला बोला और कहा कि उनका कोई स्टैंड नहीं है. उनका मकसद केवल राजनीतिक लाभ लेना है इसलिए वे चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने अकाली दल को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि आज अकाली दल पंथक कार्ड खेलकर वोट मांग रहा है लेकिन बतौर सांसद सुखबीर बादल और उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने कभी बंदी सिखों की रिहाई के लिए आवाज नहीं उठाई. मुख्यमंत्री ने तलवार और हिंसा की वकालत करने के लिए शिअद (ए) उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान पर हमला बोला और कहा कि हमारी सरकार युवाओं को अच्छी शिक्षा एवं रोजगार देने की बात करती है और ये उन्हें तलवार और हिंसा करने की बात कहते हैं.
HIGHLIGHTS
- CM भगवंत मान ने भाजपा उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों पर हमला बोला
- सांसद सुखबीर बादल ने कभी बंदी सिखों की रिहाई के लिए आवाज नहीं उठाई
- सरकार युवाओं को अच्छी शिक्षा एवं रोजगार देने की बात करती है
Source : News Nation Bureau