पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. सीएम मान ने कहा कि पठानकोट हमले के दौरान सैन्य ऑपरेशन के लिए मोदी सरकार ने पंजाब से 7.5 करोड़ रुपये की मांग की थी. भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि, "पठानकोट हमले के दौरान, सेना आई. बाद में मुझे पत्र मिला कि पंजाब को 7.5 करोड़ रुपये का भुगतान करना चाहिए क्योंकि वहां सेना भेजी गई थी. साधु सिंह और मैं राजनाथ सिंह के पास गए. उनसे कहा कि मेरे एमपीलैड से कटौती करें लेकिन मुझे लिखित में दें कि पंजाब देश का हिस्सा नहीं है और सेना से भारत किराए पर ली है."
पंजाब सीएम के इस बयान से राजनीतिक हलको में खलबली मची है. मान ने बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है और इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी शामिल कर लिया है. पठानकोट हमला 2016 में हुआ था तब राजनाथ सिंह देश के गृहमंत्री थे.
पठानकोट पर कब हुआ था हमला
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर 2 जनवरी 2016 को 3 बजकर 5 मिनट पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था. भारतीय सेना ने शाम तक कुल 6 आतंकी मारे गए थे. 7 जवान शहीद हुए और 20 जवान घायल हुए. जब सेना के जवान मारे गए आतंकियों के शव तलाश रहे थे तो वहां विस्फोटक सामग्री मिली. जिसे निष्क्रिय करते हुए एनएसजी के लेफ्टीनेंट कर्नल निरंजन शहीद हो गए थे. धमाके में एनएसजी के छह कमांडो घयाल हुए थे.
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आतंकी संगठन जैश नेकिया था पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला. 65 घंटे चले ऑपरेशन में 7 जवान शहीद हुए थे. पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकी दिसंबर 2015 में पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुसे थे. 2 जनवरी, 2016 की सुबह साढ़े तीन बजे आतंकी असलहा और हथियारों से लैस होकर एयरबेस स्टेशन में दाखिल हुए थे. इस हमले में एयरबेस के अंदर सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, जबकि करीब 37 अन्य लोग घायल हो गए थे. हमला करने आए सभी आतंकी मारे गए थे.
इस मामले की जांच कर रही एनआईए को कई ऐसे प्रमाण मिले थे, जिससे यह बात साफ हो गई थी कि हमला करने वाले सभी आतंकी पाकिस्तान के थे. वहीं, हमले के समय भी आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं व परिवार के संपर्क में थे. इसके अलावा जिस रास्ते से आतंकी आए थे वहां से एनआईए को पाकिस्तान में बने फूड पैकेट, एनर्जी ड्रिंक की खाली बोतलें व अन्य सामान बरामद हुआ था.