क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को नोटिस देने पहुंची बिहार पुलिस को वह चौथे दिन शनिवार को भी नहीं मिले. चुनाव संबंधी एक मामले में उनके खिलाफ नोटिस देने के लिए बिहार पुलिस अमृतसर में मौजूद है. कांग्रेस विधायक को 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने और मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए भड़काऊ शब्दों का प्रयोग करके भावनाएं भड़काने को लेकर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
चुनाव आयोग के निर्देश पर पिछले साल अप्रैल में कटिहार जिले के बारसोई पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सिद्धू उस समय कांग्रेस के तारिक अनवर के लिए प्रचार कर रहे थे. पुलिस टीम में सब-इंस्पेक्टर जावेद अहमद और जनार्दन राम शामिल हैं, जो बुधवार से पंजाब शहर में सिद्धू केघर का दौरा कर रहे हैं, लेकिन वे अभी तक सिद्धू से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त करने में विफल रहे हैं. एक पुलिस अधिकारी ने अमृतसर में मीडिया से कहा, हम यहां दस्तावेज देने और जमानत के लिए उनके हस्ताक्षर लेने के लिए आए हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा टीम हमें नहीं मिलने दे रही है. अमृतसर के पुलिस आयुक्त सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि स्थानीय पुलिस से बिहार पुलिस ने कभी संपर्क नहीं किया.
दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बिहार के कटिहार जिले के वरसोई थाने में लोकसभा चुनाव के दौरान आपत्तिनजक टिप्पणी को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में कांग्रेस नेता को जमानत मिल गई थी. लेकिन अब उनकी जमानत अवधि खत्म होने जा रही है, जिसे बढ़ाने के लिए पुलिस को दस्तावेजों पर नवजोत सिंह सिद्धू के साइन चाहिए. जमानत के जरूरी दस्तावेजों पर साइन करवाने के लिए ही कटिहार जिले के वरसोई थाने की पुलिस अमृतसर में सिद्धू के घर पहुंची है.
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बताया जा रहा है कि बिहार पुलिस को सिद्धू के इंतजार में यहां 3 दिन बीत गए हैं. पुलिस ने कई बार सिद्धू के घर का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है. हालांकि पुलिस को इस बात की जानकारी भी नहीं है कि सिद्धू घर के अंदर मौजूद हैं या नहीं. लिहाजा उनके इंतजार में पुलिस ने घर के बाहर की डेरा डाल लिया है. बिहार पुलिस की टीम का कहना है कि वह 3 दिन से कांग्रेस नेता के घर के सामने डेर जमाए हुए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है.
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बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार के कटिहार में रैली को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू एक सांप्रदायिक टिप्पणी की थी. आरोप है कि सिद्धू ने एक समुदाय को एकजुट होकर चुनाव में मतदान करने को कहा था. सिद्धू ने अपने भाषण में कहा था, 'आप अपने आपको अल्पसंख्यक नहीं समझे. यहां आप बहुसंख्यक हैं. यहां आपकी आबादी 64 प्रतिशत है. ओवैसी जैसे लोगों के जाल में मत फंसिए. उन्हें बीजेपी ने खड़ा किया है. अपनी ताकत को पहचानें और बीजेपी को हराने के लिए एकजुट होकर वोट करें.' सिद्धू की इस टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ कटिहार पुलिस ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया था.