आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब मामलों के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे की गिरफ्तारी पर कहा कि उनके भतीजे ने खुद स्वीकार किया है कि रेड के दौरान मिला पैसा रेत माफिया और ट्रांसफर पोस्टिंग का था. इस से साबित होता है कि चन्नी और उनके उनका भतीजा बेहद करीब थे. शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा कि चन्नी के भतीजे को मिली वीआईपी सिक्योरिटी दोनों की आपस में गहरी नजदीकियों का सबूत है. अगर चन्नी का अपने भतीजे के साथ बेहतर संबंध नहीं थे तो उसे वीआईपी सिक्योरिटी कैसे मिली.
चड्ढा ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी ने दरबार साहिब की कसम खाकर कहा था उनके परिवार के किसी भी सदस्य का रेत माफिया से कोई लेना नहीं है. लेकिन चन्नी के भतीजे के ईडी के दिए बयानों से साबित हो गया है कि चन्नी और उनका परिवार रेत माफिया ही नहीं बल्कि अन्य कई काले धंधों में शामिल है. चड्ढा ने कहा कि चन्नी ने झूठी कसम खाकर दरबार साहिब का अपमान किया है. पंजाब की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.
चड्ढा ने चन्नी के भतीजे की इनकम टैक्स रिटर्न की हवाला देते हुए कहा कि 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक उनके भतीजे का सालाना टर्नओवर केवल 1877000 रुपए था. चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद अचानक कुछ ही दिनों में उनके भतीजे के पास अरबों रुपए की बेहिसाब संपत्ति और करोड़ों रुपए कैसे और कहां से आई . आप नेता ने चन्नी से सवाल किया कि अगर रेत माफिया से उन्होंने करोड़ों रुपए कमाए तो ट्रांसफर पोस्टिंग से कितने इकट्ठे किए? 111 दिनों में मुख्यमंत्री चन्नी ने और किस किस धंधे से कितने पैसे कमाए?
चड्ढा ने कहा कि अगर मान भी लें कि चन्नी के रिश्तेदार के घर पर हुई ईडी के छापेमारी राजनीति से प्रभावित थी. लेकिन सवाल यह उठता है कि उसके घर से 10 करोड़ रुपए नकद, लग्जरी गाडिय़ां, करोड़ों अरबों रुपए की जमीन जायदाद के कागजात कहां से आए. चड्ढा ने कहा कि 111 दिन में चन्नी और उनके रिश्तेदारों ने करोड़ों रुपए कमाए, अगर वह पांच साल मुख्यमंत्री रहते तो कितनी दौलत इकट्ठा करते. चड्ढा ने विरोधी पार्टियों को चेतावनी दी और कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद रेत माफिया में शामिल सभी दोषियों चाहे वह मुख्यमंत्री ही क्यों न हो, उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी और जेल भेजेगी.
कांग्रेस द्वारा उनके खिलाफ ईडी को दी शिकायत पर चड्ढा ने कहा कि एफआईआर करवानी है तो कांग्रेस आलाकमान और सुनील जाखड़ पर होनी चाहिए,क्योंकि जाखड़ खुद कह रहे हैं कि 42 विधायकों का समर्थन मिलने के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री इसलिए नहीं बनाया क्योंकि वह हिंदू हैं. चड्ढा ने कहा कि धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति करना कांग्रेस की फितरत है. कांग्रेस शुरू से फूट डालो राज करो की नीति अपनाती आई है. आम आदमी पार्टी हमेशा से सबको साथ लेकर चलने की नीति पर कायम है.
चड्ढा ने कहा कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के पंजाब को बांटने के मंसूबे कभी सफल नहीं होनी देगी. बहुत से सियासी पार्टियों ने पंजाब को धर्म के नाम पर बांटने को कोशिश की लेकिन अब पंजाब धर्म के नाम पर बंटने वाला नहीं है. पंजाब की आवाम अमन शांति पसंद हैं और खुशहाली से रहना चाहती है. चड्ढा ने कहा कि इस बार पंजाब के लोगों ने धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगने वाली सभी पार्टियों को राज्य से उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है. इसलिए लोग झाड़ू का बटन दबाकर आम आदमी पार्टी को जिताएंगे और आप की सरकार बनाएंगे.
Source : News Nation Bureau