आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि भारत में अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता ने भाजपा को चिंतित कर दिया है, इसलिए मोदी सरकार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग कर आप नेताओं को रोकना चाहती है. पार्टी के पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अब भाजपा को स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मुकाबला सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (मोदी बनाम केजरीवाल) के बीच होगा, इसीलिए वे केजरीवाल को किसी भी कीमत पर रोकना चाहते हैं.
कंग ने सीबीआई छापे के लिए केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हम मोदी और सीबीआई से नहीं डरते. देश भर के लोग केजरीवाल को मोदी के विकल्प के रूप में देख रहे हैं और भाजपा और मोदी, केजरीवाल के बढ़ते राजनीतिक कद से डरे हुए हैं.
न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार में दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बारे में छपे लेख पर उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दिल्ली मॉडल पर न्यूयॉर्क टाइम्स के पहले पन्ने की कवरेज को फर्जी खबर बता रहे हैं, जबकि अखबार ने खुद स्पष्ट किया है कि यह स्वतंत्र, निष्पक्ष और ग्राउंड रिपोर्टिंग पर आधारित खबर है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस झूठे प्रचार के माध्यम से आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाने के लिए हाल ही में मेक इंडिया नंबर-1 मुहिम लॉन्च किया और केजरीवाल मॉडल को दुनिया भर में पहचान मिली. यही कारण है कि मोदी सरकार 'आप' के स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल को खत्म करना चाहती है, लेकिन सीबीआई और ईडी के छापे भारत को दुनिया में नंबर-वन बनाने के अरविंद केजरीवाल के मिशन को नहीं रोक सकते.
उन्होंने इस आरोप का भी खंडन किया कि दिल्ली की शराब नीति में अनियमितताएं हैं. कंग ने इसे आप सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा का राजनीतिक प्रचार करार दिया.
Source : News Nation Bureau