पंजाब कांग्रेस(पीपीसीसी) के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी(आप) के विधायक दिनेश चड्ढा ने कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला. चड्ढा ने कहा कि सुनील जाखड़ के इस्तीफे ने कांग्रेस पार्टी की जातीय और धार्मिक राजनीति की पोल खोल दी है. कांग्रेस पार्टी की पंजाब को जाति और धर्म में बांटने वाली राजनीति का विरोध करने के कारण जाखड़ को पार्टी से इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा है. रविवार को पार्टी मुख्यालय में आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए दिनेश चड्ढा ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा से पूरे देश में जाति और धर्म की राजनीति की है और लोगों को जातीय व धार्मिक आधार पर बांटकर सत्ता प्राप्त करने की कोशिश की. पंजाब में भी उसने चुनाव से पहले पंजाबियों को बांटने के लिए जाति-धर्म का कार्ड खेला और सुनील जाखड़ को सिर्फ हिन्दू होने के नाते, विधायकों का समर्थन होने के बावजूद मुख्यमंत्री नहीं बनाया. सुनील जाखड़ को कांग्रेस की इसी घटिया राजनीति का खामियाजा भुगतना पड़ा है.
चड्ढा ने कहा कि 2017 में चुनाव जीतने के बाद साढ़े चार साल तक कांग्रेस की सरकार ने पंजाब के विकास के लिए कुछ नहीं किया. कांग्रेस नेताओं ने बादलों की तरह पंजाब में जमकर भ्रष्टाचार और माफिया के कारोबार चलाए और खूब पैसे कमाए. जब जनता कांग्रेस सरकार की सच्चाई जान गई तो लोगों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस ने जाति कार्ड खेला और मुख्यमंत्री बदलने का ड्रामा किया. उन्होंने कहा कि पंजाब वीरों और शहीदों की धरती है. पंजाब की धरती पर जाति-धर्म और नफरत की राजनीति के बीज नहीं बोए जा सकते. यहां के लोगों ने हमेशा ही इस तरह की राजनीति करने वाले लोगों को सबक सिखाया है. पंजाब में कांग्रेस ही नहीं किसी भी राजनीतिक पार्टी का धार्मिक एजेंडा कभी सफल नहीं हो सकता. उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस-भाजपा और अन्य पार्टियों के धार्मिक एजेंडों से सावधान रहें, ताकि पंजाब में अमन-शांति और भाईचारा का माहौल हमेशा बना रहे.
Source : News Nation Bureau