आम आदमी पार्टी ( AAP ) पंजाब के वरिष्ठ नेता एवं विधायक कुलतार सिंह संधवां ने पंजाब की खेतीबाड़ी पर गहराए संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए इसका जिम्मेदार कांग्रेस और कांग्रेसी नेताओं को ठहराया है. संधवां ने कहा कि बीते पौने पांच वर्षों में भी कांग्रेस ने प्रदेश के कृषि विभाग को मजबूत न करके प्रदेश पंजाब की खेतीबाड़ी को खतरे में डाला है। पार्टी मुख्यालय से सोमवार को जारी बयान में कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि पंजाब के खेतीबाड़ी विभाग में लगभगभ 450-500 एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) डॉक्टरों की कमी है. फील्ड ऑफिसर कहे जाने वाले यही एडीओ सर्वप्रथम किसान और किसान परिवारों समेत पंजाब की कृषि पर होने वाले दुष्प्रभावों से फसल को बचाते हैं. लेकिन कांग्रेस सरकार ने खेतीबाड़ी विभाग में वर्ष 2012 से रिक्त पड़े अधिकांश और सभी पद नहीं भरे हैं. कुलतार संधवां ने बताया कि पंजाब सरकार की इस अनदेखी से पंजाब के करीब 20 लाख वे किसान परिवार प्रभावित होते हैं, जिनकी आय का मुख्य साधन और दो जून की रोटी का प्रबंध खेतीबाड़ी से ही होता है.
कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि खेतीबाड़ी विभाग में करीब 934 फील्ड डॉक्टर (एडीओ) हैं और इनमें से भी करीब 450-500 पद रिक्त पड़े हैं। संधवां ने बताया कि पंजाब सरकार ने एडीओ के लिए वर्ष 2017 में 141 पदों के लिए विज्ञापन जारी कर उन्हें वर्ष 2018 में भरा और फिर वर्ष 2020 में दोबारा 141 पदों के लिए ही विज्ञापन निकाल कर इन्हें वर्ष 2021 में भरा गया. लेकिन अभी भी एडीओ के करीब 450-500 पद रिक्त पड़े हैं। कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि हैरत की बात यह है कि इन पदों को स्वीकृति भी मिल चुकी है, बावजूद इसके कांग्रेस सरकार न तो इन रिक्त पदों से संबंधित विज्ञापन जारी कर रही है और न ही प्रदेश की किसानी को बचाने के कोई प्रयास ही कर रही है.
कुलतार सिंह संधवां ने आगे बताया कि बीते कुछ समय पूर्व एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) के करीब एक सौ पदों पर कार्यरत डॉक्टरों को ब्लॉक ऑफिसर पद पर पदोन्नत किया गया. इस कारण एडीओ, फील्ड ऑफिसरों के जिन रिक्त पदों को भरा जाना था, वह संख्या अब करीब एक सौ ओर बढ़ गई है. कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा खेतीबाड़ी विभाग को अनदेखा किए जाने का स्पष्ट मतलब पंजाब के किसान परिवारों से धोखा और किसानी को खत्म करना है. संधवां ने बताया कि यही नहीं, पंजाब में ज्वाइंट डायरेक्टर के भी पांच पद रिक्त हैं, जिनपर नियुक्ति नहीं होने से हालात ठीक वैसे हैं, जैसे कांग्रेस की बिन पांव की सरकार के हैं।कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि एक स्टडी के अनुसार 400 किसान परिवारों के पीछे एक एडीओ होना चाहिए लेकिन एडीओ की भारी कमी से मौजूदा समय में 2 हजार किसान परिवारों के पीछे भी एक एडीओ डॉक्टर नहीं है. इससे पंजाब की दोआबा बेल्ट के लगभग सभी जिलों में एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) की कमी है.
कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि कांग्रेस सरकार की इस लापरवाही और सुस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खेतीबाड़ी विभाग में सहायक सब-इंस्पेक्टरों के भी 400 पद खाली हैं. ये सहायक सब-इंस्पेक्टर ही एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर के साथ हर मोर्चे पर किसान और कृषि को प्रभावित होने से बचाव के प्रयासों में फ्रंट लाइन पर होते हैं. संधवां ने बताया कि प्रदेश के खेतीबाड़ी विभाग की इस दुर्दशा का भुगतान पंजाब की मालवा बेल्ट के जिलों के किसान परिवारों को गुलाबी सूंडी की मार झेलकर करना पड़ा है. आम आदमी पार्टी ने पंजाब की चन्नी सरकार से खेतीबाड़ी विभाग के सभी रिक्त पदों को भरकर कृषि प्रधान माने गए पंजाब की कृषि को जीवंत करने और गुलाबी सूंडी समेत अन्य दुष्प्रभावों से प्रभावित किसान परिवारों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा देने की मांग की है.
Source : News Nation Bureau